प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं। अमेरिका और भारत के बीच कई क्षेत्रों में लगातार आपसी सहयोग की रूपरेखा इस दौरे पर तय हो रही है। इसके लिए दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय बैठकों का दौर जारी है, जिनमें द्विपक्षीय और पारस्परिक हित हितों के तमाम मुद्दों पर बात हो रही है। इसी क्रम में अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा और भारत की स्पेस एजेंसी इसरो भी साथ आए हैं।
नासा के ऑल्टरनेट अकाउंट में अब भारत को भी शामिल कर लिया गया है। अधिकारियों का एक दल नासा के इस ऑर्डिनेंस एकॉर्ड्स में भारत को शामिल करने को लेकर काफी उत्सुक भी है।
ऑर्डिनेंस एकॉर्ड्स एक पहल है जिसके तहत वर्ष 2025 तक इंसानों की मंगल पर वापसी सुनिश्चित करवाने के लिए विभिन्न देशों के बीच सरकार के स्तर पर समझौते चल रहे हैं। इस पहल की अगुवाई अमेरिका कर रहा है और इसका मकसद है अंतरिक्ष में जो तमाम अनुसंधान हो रहे हैं, रिसर्च हो रहे हैं उनको मंगल ग्रह और इससे भी ऊपर ले जाना।
नासा एडमिनिस्ट्रेटर ऑफिस में टेक्नॉलजी पॉलिसी और स्ट्रैटिजी के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर भूरेलाल ने हाल ही में बताया था कि अब तक 25 देशों ने ऑर्डर में रिकॉर्ड्स पर दस्तखत कर लिया है और भारत अब इस समझौते पर दस्तखत करने वाला 26वां देश बन गया है। इस मायने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा काफी ऐतिहासिक साबित हुआ है।
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