काबुल, 25 दिसम्बर| अफगानिस्तान(Afghanistan) में पिछले चार महीनों से कई बिजली आपूर्ति परियोजनाएं एशियाई विकास बैंक (एडीबी), विश्व बैंक और अमेरिकी विकास सहायता के मद्देनज़र रोके जाने के कारण रुकी हुई हैं, राष्ट्रीय बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसारइसकी वजह तालिबान द्वारा देश का अधिग्रहण है
अफगानिस्तान(Afghanistan) ब्रेशना शेरकट (DABS) के अधिकारियों ने कहा कि अफगानिस्तान में तुर्कमेनिस्तान की 500 केवी बिजली ट्रांसमिशन रुकी हुई परियोजनाओं में से एक है, जो तुर्कमेनिस्तान की सीमा से शेबर्गन के अकीना बंदरगाह और फिर कुंदुज के अल्वाज़ुन मैदान में बिजली स्थानांतरित कर रही थी. वहीँ बता दें की इसके बाद देश में एक बड़ा बिजली संकट आ सकता है, जिसकी वजह से कई इलाके अँधेरे में डूब जायेंगे
अभी 10 फीसदी काम ही पूरा होना बाकी है।
DABS के कार्यकारी प्रमुख, के रूप में सफीउल्लाह अहमदजई ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “500 केवी लाइन परियोजना में से नब्बे प्रतिशत पूरा हो गया है और इसका केवल 10 प्रतिशत काम बाकी है। अगर एडीबी इसे अनुमति देता है, तो हम अगले छह महीनों में इसके शेष 10 प्रतिशत काम को पूरा कर सकते हैं।”