भारत-चीन के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है, आपको बता दें कि ऐसे में भारत और रूस के बीच AK 203 रायफल की खरीद का समझौता हो गया है. रक्षा मंत्री राजनाथ के मॉस्को दौरे पर इस डील पर मुहर लग गई है. AK 203 रायफल AK-47 का एडवांस्ड वर्जन है. भारतीय सेना को 7 लाख 70 हज़ार AK 203 रायफल की ज़रूरत है.
वहीँ इनमें से 1 लाख AK 203 रायफल रूस से आयात की जाएंगी. बताते चलें कि पिछले 70 वर्षों से एके 47 यानी ऑटोमैटिक Kalashnikov (कलाश्निकोव) दुनिया का सबसे जाना पहचाना हथियार है. एके सीरीज़ की रायफलें चलाने में आसान हैं. इसे तैयार और फायर करने में बहुत कम वक्त लगता है और सैंकड़ों मीटर दूर तक इसकी गोलियां घातक हमला करती हैं.
Kalashnikov रायफल का निशाना अचूक होता है और बिना रूके लगातार गोलियां दागने की काबिलियत इसे हर सैनिक का भरोसेमंद साथी बनाती है.
भारतीय सेनाओं को ओर घातक बनाने के लिए अब इसे नए हथियारों से लैस किया जा रहा है. इसके लिए एके 47 रायफलों को रिप्लेस कर ज्यादा आधुनिक एके 203 रायफल दिए जाने पर काम चल रहा है.
AK-203 रायफल पर पहले की AK-47 रायफलों की तरह भरोसा किया जा सकता है. ये बहुत जरूरी है कि एक सैनिक अपने हथियार पर पूरा भरोसा करता हो.
उन्होंने कहा कि एके 203 में 30 के बदले 60 गोलियों वाली मैगज़ीन लगाई जा सकती है. इससे ये पहले से ज्यादा देर तक दुश्मनों का मुकाबला करेगी. मौसम चाहे कितना भी खराब हो. बर्फबारी हो रही हो या धूल भरी आंधी हो. एके 203 हर मौसम में काम करेगी. दावा है कि एके 203 पुरानी गन के मुकाबले 30 प्रतिशत ज्यादा सटीक निशाना लगाती है.