अमेरिका के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा, पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प पर लगाया गया ये प्रतिबंध

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वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खुफिया एजेंसियों के कार्यक्रमों में जाने पर रोक लगा दी है। साथ ही पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को किसी तरह की खुफिया जानकारी नहीं दी जाएगी। अमेरिका के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी पूर्व राष्ट्रपति पर इस तरह का प्रतिबंध लगाया गया है।

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दरअसल, अमेरिका में यह परंपरा रही है कि पूर्व राष्ट्रपति को उतनी ही खुफिया सूचनाएं यानी इंटेलिजेंस ब्रीफिंग दी जाती है, जितनी वर्तमान राष्ट्रपति को। ऐसे में बाइडेन का फैसला ट्रम्प की एक और फजीहत माना जा सकता है।

जो बाइडेन बोले

स्थानीय मीडिया से बात करते हुए जो बाइडेन ने कहा कि यह सही है कि हमारे यहां पूर्व राष्ट्रपति को इंटेलिजेंस ब्रीफिंग की परंपरा रही है, लेकिन इस बार यह पूरी नहीं की जाएगी। अगर वे मांग भी करेंगे तो हम उन्हें ये सूचनाएं नहीं दे पाएंगे।

बाइडेन ने आगे कहा- मुझे नहीं लगता कि अब ट्रम्प को खुफिया सूचनाएं हासिल करने की कोई जरूरत भी है। इससे क्या फायदा होगा? वो क्या कर लेंगे? उनकी जुबान फिसलने का खतरा तो हमेशा बना रहता है। अगर वे कुछ बोल गए तो? जो बाइडेन ने कहा कि ट्रंप का व्यवहार असम्बद्ध और विद्रोही होने के कारण उन पर रोक लगाई गई है। बाइडेन ने कहा कि उन्हें लगता है कि खुफिया एजेंसियों की बैठक में ट्रम्प का होना आवश्यक नहीं है।

ट्रम्प पहले भी ब्रीफिंग को तवज्जो नहीं देते थे

CNN की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जब ट्रम्प व्हाइट हाउस में थे, तब भी रोज इंटेलिजेंस ब्रीफिंग नहीं देखते थे। परंपरा के तौर पर उन्हें रोज ऐसा करना था, लेकिन वे हफ्ते में सिर्फ दो या तीन बार इन रिपोर्ट्स को देखते थे। 6 जनवरी को अमेरिकी संसद के बाहर और अंदर जो हिंसा हुई, उसके बाद से तो ट्रम्प खलनायक के तौर पर सामने आए हैं। इस हिंसा में एक महिला और एक पुलिस अफसर समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी। ट्रम्प पर महाभियोग की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 8 फरवरी के बाद उन्हें कभी भी बयान देने के लिए सीनेट बुलाया जा सकता है।

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