
ज्योतिष शास्त्र में ग्रह का राशि परिवर्तन अहम माना गया है। हर ग्रह का स्थान परिवर्तन सभी 12 राशियों पर विशेष प्रभाव डालता है। ग्रह नक्षत्र गोचर के साथ समय-समय पर मार्गी और वक्री भी होते हैं जिनका भी प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है। ग्रहों के मार्गी का मतलब है सीधी चाल और वक्री का अर्थ उल्टी चाल। अब बुध ग्रह 14 जनवरी से 21 दिनों के लिए वक्री होने जा रहे हैं। ये चार फरवरी तक मकर राशि में वक्री रहेंगे। बुध के वक्री होने का मेष समेत 4 राशि के जातकों के जीवन पर प्रभाव पड़ेगा। इन राशि वालों को बेहद सावधान रहने की आवश्यकता है।
मेष राशि
बुध ग्रह आपकी राशि के दसवें भाव यानी करियर, नाम और यश के भाव में वक्री होने जा रहे हैं। ऐसे में इस राशि के लोगों के ऊपर काम का बोझ बढ़ने की संभावना है। इनका बॉस या उच्चाधिकारियों के साथ मनमुटाव भी हो सकता है। विवाहित जातकों को पारिवारिक विवाद हो सकता है।
वृषभ राशि
बुध वृषभ राशि के जातकों की कुंडली के नौवें भाव में वक्री होंगे। इस राशि के लोग इस दौरान किसी भी तरह का नया काम न शुरू करें। इस समय इनको भाग्य का साथ नहीं मिलेगा। वहीं पिता के साथ भी संबंध खराब हो सकते हैं।
कन्या राशि
बुध ग्रह कन्या राशि की कुंडली के पंचम भाव में वक्री होंगे। इस राशि के जातकों को इस दौरान पारिवारिक जीवन में तनाव झेलना पड़ सकता है। जीवनसाथी के साथ अनबन होने की भी आशंका है। शेयर मार्केट में निवेश करने से दूर रहे। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
वृश्चिक राशि
बुध आपकी कुंडली के तीसरे भाव में विराजमान रहेंगे। ऐसे में इस वक्री काल में यात्रा के दौरान आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही जमीन से जुड़े मामलों में निवेश करने से बचें। मां के स्वास्थ्य का ख्याल रखें।