सेहतमंद रहने के लिए एक संतुलित लाइफस्टाइल होना ज़रूरी है, जिसमें नियमित रूप से व्यायाम और अच्छी डाइट शामिल होती है। फिट रहने के लिए अच्छी नींद और वर्कआउट जितना ज़रूरी है, उतना ही हरी सब्ज़ियों को खाना भी है। खासतौर पर मौसमी सब्ज़ियां ज़रूर खानी चाहिए, जैसे गर्मी के मौसम में लौकी, तोरी, कद्दू, आदि को डाइट में ज़रूर शामिल करें।
हरी सब्ज़ियों की बात कर रहे है, तो लौकी और तोरी आजकल के मौसम की सबसे हेल्दी सब्ज़ियां हैं। ये आसानी से उपलब्ध भी होती हैं। लौकी यानी घिये के फायदों के बारे में तो आप जानते होंगे, तो आइए आज बात करते हैं तोरी की। तोरी में पोषक तत्व भरपूर मात्र में होते हैं। इसमें कैल्शियम, कॉपर, आयरन, पोटेशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, मैगनीज़, खनीज के तौर पर पाए जाते हैं। इसमें विटामिन-ए, बी, सी, आयोडीन और फ्लोरिन भी होते हैं।
तोरई के पत्ते और इसके बीज में एथनॉलिक अर्क होता है। इस अर्क में ग्लूकोज़ के लेवल को कम करने वाला हाइपोग्लाइमिक प्रभाव पाया जाता है। यही वजह है कि तोरई को डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है।
तोरी में पानी की मात्रा काफी होती है, साथ ही यह फायबर से भी भरपूर होता है। यह वज़न कम करने में मददगार साबित होता है। फाइबर की मात्रा ज़्यादा होने की वजह से यह पेट को लंबे समय तक भरा रखती है और कैलोरी काउंट को बढ़ाने भी नहीं देती।
एनीमिया यानी आयरन की कमी जिसकी वजह से खून में हीमोग्लोबिन कम हो जाता है। एनीमिया में थकान और भयानक कमज़ोरी रहती है।लेकिन आयरन शरीर में रेड ब्लड सेल्स बनाने का काम करता है। आरबीसी के लिए विटामिन-बी12 की भी आवश्यकता होती है।
क्या आप जानती हैं कि चेहरे पर नज़र आने वाली ज़्यादातर समस्याओं की वजह आपका पेट होता है। पेट अगर हल्दी नहीं है, तो इससे चेहरे पर दाने, मुहांसे, बेजान त्वचा जैसी समस्याएं होती हैं। पेट के लिए तोरी काफी फायदेमंद है। हफ्ते में दो बार तोरी खाने से आपका पेट साफ रहता है और त्वचा से जुड़ी समस्याएं भी नहीं होतीं।
कई बार पेट में किसी तरह के इंफेक्शन की वजह से सूजन और इम्युनिटी कमज़ोर हो जाती है। ऐसे में तोरी आपकी समस्याओं को दूर कर सकती है। तोरी में विटामिन-सी, आयरन, मैग्नीशियम, थियामिन, रिबोफ्लेविन और ज़िंक होता है, जो आपकी इम्युनिटी को मज़बूती देता है।