पुलिस विभाग ने पिछले दिनों रोहित खडसे नामक ड्राइवर का ऑटो जब्त कर लिया था. इसके बाद कथित रूप से यातायात नियमों का उल्लंघन करने के लिए पुलिस ने चालान रसीद जारी की थी. नागपुर पुलिस द्वारा साझा किए गए सोशल मीडिया पोस्ट की मानें तो, उस ड्राइवर का परिवार बहुत गरीब है और उसकी कमाई पर ही निर्भर है.उसके पास जुर्माना भरने के पैसे नहीं थे इसलिए उसने अपना ऑटो वापस पाने के लिए अपने छोटे बेटे के गुल्लक की मदद ली.
बताया जा रहा है कि रोहित पर 2,000 रुपये का फाइन पुलिस की ओर से लगाया गया था. काउंटर पर बैठे कैशियर ने जुर्माना लेने से इनकार कर दिया क्योंकि वह पूरी राशि सिक्कों में लेकर पहुंचा था. मना होने के बाद रोहित खडसे ने फिर सीताबुलडी ट्रैफिक डिवीजन के एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अजय कुमार मालवीय के समक्ष अपनी बात रखी.
उसने अनुरोध करते हुए कहा कि वह दंड का भुगतान करने को तैयार है लेकिन उसके पास अपने बच्चे के गुल्लक के सिक्के ही हैं. ये पैसे लेकर उसका ऑटो उसे वापस कर दिया जाय . खडसे से बातचीत के बाद मालवीय ने जो किया वह मानवीयता की मिसाल है .
पुलिस के अनुसार, इंस्पेक्टर मालवीय ने न सिर्फ खडसे की आर्थिक तंगी के बारे में जानकर प्लास्टिक बैग के पैसे वापस कर दिए, बल्कि व्यक्तिगत रूप से उसका जुर्माना भी भरने का काम किया. मालवीय की छोटे लड़के के पैसे लौटाते हुए एक फोटो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है जिसपर लोग लगातार प्रतिक्रिया दे रहे हैं.