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Up Kiran, Digital Desk: शनिवार को, रोड आइलैंड के प्रोविडेंस स्थित ब्राउन विश्वविद्यालय में एक घातक गोलीबारी ने शांति को तोड़ दिया। इंजीनियरिंग विभाग के पास हुई इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हमलावर ने अचानक एक ऐसी जगह को निशाना बनाया, जो आमतौर पर छात्रों और कर्मचारियों से भरी रहती है।

गोलीबारी का स्थल और उसका प्रभाव

गोलीबारी उस समय हुई जब विश्वविद्यालय के सात मंजिला भवन के अंदर अंतिम परीक्षाएँ चल रही थीं। इस इमारत में इंजीनियरिंग स्कूल, भौतिकी विभाग, और एक सैकड़ों प्रयोगशालाओं के साथ कई कक्षाएँ और कार्यालय हैं। हादसा उन छात्रों और कर्मचारियों के लिए एक झकझोर देने वाली घटना बन गया, जो इस सुरक्षित माहौल में अपने अध्ययन में लगे हुए थे। अब यह सवाल उठता है कि कैसे एक परिसर, जो ज्ञान और विज्ञान के केंद्र के रूप में जाना जाता है, अचानक एक हिंसक घटना का शिकार हो गया।

विश्वविद्यालय की त्वरित प्रतिक्रिया

घटना के तुरंत बाद, ब्राउन विश्वविद्यालय ने अपने परिसर में एक सक्रिय शूटर अलर्ट जारी किया और सभी छात्रों और कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश दिया। विश्वविद्यालय की ओर से दी गई सूचना में यह निर्देश था कि लोग दरवाजे बंद कर दें और फोन को साइलेंट कर, तब तक छिपे रहें जब तक अधिकारियों द्वारा क्षेत्र को सुरक्षित घोषित नहीं किया जाता।

हालांकि, शुरू में विश्वविद्यालय ने यह जानकारी दी थी कि एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है, लेकिन बाद में उनके बयान में बदलाव किया गया। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस अभी भी एक या एक से अधिक संदिग्धों की तलाश कर रही है।

जांच में एफबीआई की भागीदारी

एफबीआई ने इस घटना को लेकर त्वरित प्रतिक्रिया दी। एफबीआई के निदेशक काश पटेल ने पुष्टि की कि संघीय एजेंट घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं और वे स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर जांच में शामिल हैं। सोशल मीडिया पर एक संदेश में पटेल ने कहा कि एजेंसी जांच के दौरान सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने लोगों से प्रार्थना करने की अपील की, खासकर उन लोगों के लिए जो इस घटना का शिकार हुए।

राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ब्राउन विश्वविद्यालय पुलिस के बयान में बदलाव पर टिप्पणी करते हुए कहा, "ब्राउन विश्वविद्यालय पुलिस ने पहले जो कहा था, वह अब गलत हो गया है। संदिग्ध हिरासत में नहीं हैं।"