उन्नाव केस में खुलासा : पानी में मिलाई गई थी ये खतरनाक दवा, 2 किशोरियों की हुई थी मौत

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उन्नाव। उन्नाव में हुई दो किशोरियों की हत्या मामले की जांच की विसरा रिपोर्ट आ गई है। इन किशोरियों की हत्या में आरोपितों ने पानी में सल्फो सल्फ्युरान का इस्तेमाल किया था। यह दवा खेतों में खरपतवार नाशक के तौर पर प्रयोग की जाती है।
Unnao Case 1
उन्नाव एसपी आनंद कुलकर्णी ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि दो किशोरियों के पोस्टमार्टम के बाद जहर का पता लगाने के लिए केमिकल एनॉलिसिस (रसायन विश्लेषण) के लिए विसरा लखनऊ भेजा गया था। इसके बाद मंगलवार की देर शाम को आई रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है कि दोनों को जहरीला पदार्थ देकर मारा गया था।

सल्फो सल्फ्युरान का इस्तेमाल किया था

एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह पता चला कि अभियुक्तों ने पानी में सल्फो सल्फ्युरान का इस्तेमाल किया था। इसके गंधरहित होने की वजह से उन्हें इसकी जानकारी नहीं हो सकी और उन दोनों ने पानी पी लिया। जहर काफी तेज होने के कारण किशोरियां फौरन बेहोश हो गईं और कुछ ही समय बाद उनका देहांत हो गया। यह भी बताया कि गांव के पानी की भी गुणवत्ता की जांच कराई गई थी। पानी में टीडीएस की मात्रा पांच हजार निकली है और पानी ज्यादा पीला होने के कारण पानी में मिली जहरीली दवा की पहचान नहीं हो सकीं।

खरपतवार नष्ट करने के लिए होता है प्रयोग

कृषि उप निदेशक नंद किशोर के मुताबिक, पानी में पाया गया सल्फो सल्फ्यूरान कीटनाशक दवा का प्रयोग फसलों में खरपतवार को रोकने के लिए किया जाता है। इसका छिड़काव करने से ही जंगली घास, खरपतवार नष्ट हो जाती है। किसान इसका अधिक प्रयोग गेहूं की फसलों में करते हैं।
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