लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव के ऐलान के साथ ही सरगर्मियां तेज हो गई हैं। वहीं गठजोड़ की भी कवायद ने जोर पकड़ लिया है। कई दिनों की रस्साकसी के बाद आख़िरकार अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच सीटों को लेकर सहमति बन गई है। प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव अपनी पुरानी जसवंतनगर सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
बता दें कि सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों नेताओं में लंबी बातचीत हुई। बताया जा रहा है कि शिवपाल की पार्टी के कुछ नेता समाजवादी पार्टी के चुनाव चिह्न पर मैदान में उतरेंगे। गौरतलब है कि इस पहले भी शिवपाल यादव ने कहा था कि हम दोनों मिलकर चुनाव लड़ेंगे। अब हमारा सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं है।
उन्होंने ये भी कहा था कि अब हमने अखिलेश यादव को अपना नेता मान लिया है। सर्वे में जो जीत रहा होगा उसे टिकट दिया जाएगा। बहुत जल्दी ही उम्मीदवारों के नामों की घोषणा भी कर दी जाएगी। नामांकन से पहले सभी प्रत्याशियों के नाम घोषित हो जाएंगे। शिवपाल ने कहा हमने समाजवादी पार्टी में काम किया है। कोई नई पार्टी तो नहीं है हमारे लिए।
बता दें कि शिवपाल यादव ने इस बार जसवंतनगर से ही चुनाव लड़ेंगे। प्रसपा अध्यक्ष ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मौजूदा सरकार में सबसे ज्यादा गुंडई हो रही है। सबसे ज्यादा कब्जा बीजेपी के लोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा हमारी सरकार में किसी को भी गुंडई करने की इजाजत नहीं होगी।