UP News: लखनऊ में विधानसभा के बाहर बुधवार को कांग्रेस ने जोरदार प्रदर्शन किया। इसी बीच एक बड़ी घटना सामने आई है। कांग्रेस के आंदोलन में शामिल एक युवक की मौत हो गई है। मृत युवक का नाम प्रभात पांडे है। धरने में शामिल होने के लिए प्रभात पांडे गोरखपुर से आये थे। आंदोलन के दौरान लगी चोटों से उनकी मृत्यु हो गई। इस संबंध में कांग्रेस ने योगी सरकार से एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।
उप्र विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत से हड़कंप मच गया है। इस संबंध में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। प्रभात के चाचा की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। प्रभात काका ने कहा है कि मुझे नहीं पता कि मेरा भतीजा कांग्रेस कार्यालय कैसे पहुंच गया। दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने दावा किया कि आंदोलन के दौरान पुलिस की बर्बरता के कारण कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत हो गई।
प्रभात के चाचा मनीष पांडे ने हुसेनगंज थाने में शिकायत दर्ज करायी और दावा किया कि प्रभात की हत्या की गयी है। बुधवार शाम करीब सवा चार बजे कांग्रेस कार्यालय से फोन आया कि प्रभात कार्यालय में बेहोश होकर गिर गये हैं। फोन करने वाले ने बताया कि प्रभात दो घंटे से अधिक समय तक वहां पड़ा रहा। इसके बाद मैंने तुरंत अपने रिश्तेदार संदीप को वहां भेजा। उसने प्रभात को देखा और कहा कि उसके पैर ठंडे हो गये हैं। इसके बाद उन्हें कार में सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने शिकायत में कहा, ''मुझे नहीं पता कि प्रभात कांग्रेस कार्यालय कैसे पहुंचा।''
मनीष पांडे ने यह भी कहा, "मेरे भतीजे को कोई बीमारी नहीं थी। मगर लगता है कि उसके साथ कुछ अनहोनी हुई है। मुझे लगता है कि उसकी हत्या की गई होगी।"
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