UP News: उत्तर प्रदेश विधानमंडल का सत्र सोमवार से शुरू हो गया, और पहले दिन ही हंगामेदार स्थिति उत्पन्न हो गई। समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं ने नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया, जबकि विधानसभा अध्यक्ष उन्हें समझाने की कोशिश करते रहे। इससे पहले, CM योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों और विधायकों को तैयारी के साथ आने की सलाह दी थी।
सीएम योगी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग बराबरी नहीं कर सकते, वे बुराई करते हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष की आलोचना में कोई न्याय नहीं है। उन्होंने हनुमान मंदिर और कुएं में मिली मूर्तियों का जिक्र करते हुए कहा कि 22 कुएं पाटे गए हैं। उन्होंने सफीकुर्ररहमान का उल्लेख करते हुए कहा कि वह कभी खुद को भारत का नहीं मानते थे और बाबर की संतान होने का दावा करते थे। सीएम ने स्पष्ट किया कि भारत में राम की संस्कृति का वर्चस्व रहेगा, न कि बाबर की।
सीएम ने चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष बंदूक की नोक पर काम करना चाहता है। उन्होंने बहराइच और संभल की घटनाओं में कार्रवाई की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया और कहा कि सच सामने आएगा।
सीएम ने यह भी कहा कि मुस्लिम त्योहारों के दौरान शांति बनी रहती है लेकिन दंगे केवल उन क्षेत्रों में होते हैं जहां मुस्लिम आबादी अधिक होती है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब मंदिर के सामने जुलूस निकल सकता है, तो मस्जिद के सामने शोभायात्रा क्यों नहीं निकल सकती।
योगी ने बाबा साहेब के संविधान का हवाला देते हुए कहा कि उसमें धर्म निरपेक्षता, पंथ निरपेक्षता या समाजवाद का कोई उल्लेख नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष लोगों को भ्रमित करके केवल सत्ता हासिल करना चाहता है। अंत में, उन्होंने संभल की घटना के दोषियों को बख्शने की बात नहीं कही।
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