मुस्लिमों में एक बार फिर से बवाल मच गया है। इस समुदाय में उस वक्त हड़कप मच गया जब ये पता चला कि उन्हें सुअर से बनी वैक्सीन लगाई जा सकती है। जानकारी के अनुसार बीते कल को नौ मुस्लिम संगठनों ने फैसला लिया है कि चीन में बनने वाली कोरोना वैक्सीन का उपयोग देश के मुस्लिम नहीं करेंगे।
इन मुस्लिम संस्थाओं का कहना है कि चाइना की वैक्सीन में सुअर (Pork) का उपयोग हुआ है। बता दें कि ये गंदा जानवर मुस्लिम के लिए हराम होता है। इसलिए चीन में निर्मित वैक्सीन का उपयोग हमलोग नहीं करेंगे। बता दें कि कोरोना वैक्सीन को लेकर मुस्लिम संगठनों के सहमति और असहमति के निरंतर बयान आ रहे हैं।
आपको ज्ञात करा दें कि आम वैक्सीनों में पोर्क जिलेटिन का उपयोग होता है। इसी वजह से मुस्लिमों के बीच टीकाकरण को लेकर चिंता बढ़ गई है। इस्लामी कानून में पोर्क से बने कोई भी वस्तु को हराम माना जाता है। मुंबई में बुधवार को नौ मुस्लिम संगठनों के महासचिव और रजा एकाडमी के मो सैय्यद नूरी ने कहा कि मुंबई में हमारे लोगों कि बैठक हुई, जिसमें 9 संघटन शामिल हुए। इसमें फैसला लिया गया कि चाइना में बनने वाली वैक्सीन का इस्तेमाल मुस्लिम न USE करें।
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