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uttarakhand crime: लगभग तीन दशक पहले राजीव अरोड़ा ने सुनीता से प्रेम विवाह कर नए जीवन की शुरुवात की थी मगर अचानक गुस्से में उसने सुनीता और उसकी मां की जान ले ली और फिर खुद भी आत्महत्या कर ली। जवानी में लव मैरिज करने के बाद अधेड़ उम्र में इस गंभीर स्थिति का सामना क्यों करना पड़ा?

पुलिस अभी इन सवालों के जवाब तलाश रही है। मौके से मिली पिस्तौल लाइसेंसी है। पुलिस अफसरों के मुताबिक, राजीव अरोड़ा मूल रूप से आर्यनगर ज्वालापुर का रहने वाला है और उसने सुनीता से 30 साल पहले शादी की थी।

दो मृत दंपत्ति की एक बेटी है, जो स्कॉटलैंड में रहती है। परिवार दिल्ली के सिद्धार्थ एन्क्लेव महारानी बाग आश्रम में रहता था, जहां शकुंतला भी उनके साथ रहने लगी थीं।

24 तारीख को तीनों टिहरी विस्थापित इलाके में अपने घर पहुंचे थे, जहां अचानक सोमवार शाम को राजीव ने घातक कदम उठाया। इस उम्र में ऐसा करना सबको हैरान कर रहा है। क्या राजीव ने पहले से ही ऐसा कुछ करने की योजना बनाई थी?

मौका-ए-वारदात के वक्त मिली लाइसेंसी पिस्तौल के पास गोलियों से भरी एक मैगजीन भी मिली है, जिससे ये संभावना जताई जा रही है कि राजीव ने पहले से ही कुछ सोच रखा था।

हत्याकांड की सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए, जिससे पुलिस को गेट बंद करना पड़ा।

पुलिस की जांच में पता चला कि दिन में भी पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ था। सोमवार शाम को एक बार फिर झगड़ा हुआ, जिसके बाद अचानक तीन गोलियों की आवाज आई, जिससे समझ में आया कि भीतर क्या हुआ है।

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