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Uttarakhand News: डोडा के अस्सर क्षेत्र में भारतीय सेना व दहशतगर्दों के बीच मुठभेड़ अभी जारी है। इस दौरान उत्तराखंड का एक जवान शहीद हो गया। आईये जानते हैं उनके बारे में

कैप्टन दीपक सिंह के परिवार का हाल रक्षाबंधन के समय बेहद दुखद है। उनके बलिदान की खबर ने परिवार की खुशी को एक झटके में समाप्त कर दिया। दीपक सिंह की दोनों बहनें, जो अभी राखी खरीद रही थीं, अपने भाई की शहादत की खबर से टूट गईं। पिता महेश सिंह, जो पुलिस से रिटायर हो चुके हैं, और पूरा परिवार शोक में डूबे हुए हैं।

चार महीने पहले परिवार में खुशियां छाई थीं—एक बहन की शादी और हाल ही में बड़ी बहन के घर बेटी का जन्म हुआ था। दीपक सिंह की मौत की खबर उनके माता-पिता कोच्चि (केरल) में मिली, जहां वे नवजात बेटी की खुशी में शामिल होने गए थे। पिता महेश सिंह तुरंत देहरादून लौटे।

कैप्टन दीपक सिंह, जो 2020 में सेना में भर्ती हुए थे, एक मेधावी छात्र और खेलों में भी अव्वल थे। उन्होंने सेंट थॉमस स्कूल से अपनी पढ़ाई की और कई खेलों में अवार्ड्स प्राप्त किए। परिवार उनकी शादी के सपने देख रहा था, लेकिन दीपक सिंह ने एक साल का समय शादी के लिए मांगा था, ताकि राष्ट्रीय राइफल की सेवाओं के बाद शादी कर सकें।

जब दीपक सिंह के पिता देहरादून पुलिस लाइन में आकर बसे, तब से दीपक ने पुलिस की परेड देखने की आदत डाली। इसी प्रेरणा ने उन्हें 2020 में आईएमए से पासआउट करवा दिया और सेना में शामिल होने का सपना साकार हुआ।

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