बीमारियों से बचने के लिये टीकाकरण जरूरी, प्रशिक्षित किए गए स्वास्थ्यकर्मी

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कुशीनगर। वैक्सीन से बच्चों को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। डब्ल्यूएचओ के सहयोग से जिला संयुक्त चिकित्सालय सभागार में शुक्रवार को आयोजित प्रशिक्षण के दौरान जिला प्रतिरक्षण अधिकारी व डिप्टी सीएमओ डॉ. संजय गुप्ता ने बताया गया कि जिन बच्चों में खाँसी व बुखार, जेई/ एईएस के लक्षण दिखे तत्काल संबंधित अधिकारी को रिपोर्ट करें।

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ऐसे मरीजों की त्वरित जांच कराकर इलाज किया जाएगा । उन्होंने विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए लगने वाले सभी के टीकों के बारे में विस्तार से बताया। डब्ल्यूएचओ के सर्विलांस मेडिकल आफिसर डॉ. अंकुर सांगवान ने एमआर, पेंटावैलेंट, जेई, इत्यादि एक- एक टीके के बारे में प्रश्नोत्तरी के जरिये बताया। कौन-कौन टीके कितने दिन में लगाए जाते हैं, किस टीके की क्या उपयोगिता है, यह बात भी विस्तार से समझाया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को एसीएमओ डॉ. ताहिर अली,जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. बीके वर्मा तथा यूएनडीपी के जिला कोल्ड चेन मैनेजर सूर्यप्रकाश द्विवेदी ने भी संबोधित किया।
प्रशिक्षण प्राप्त करने के वाले चिकित्सकों में डॉ. मार्कंडेय, डॉ. मंतोष कुमार, डॉ. संतोष, डॉ. अमित जायसवाल, डॉ. नील कमल, डॉ.रमेश श्रीवास्तव, डॉ. आरके गुप्ता, डॉ. सुनील प्रजापति सहित अन्य बीपीएम न बीसीपीएम शामिल रहे.

टीकाकरण के बारे में भी बताया

डब्ल्यूएचओ के सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर ने पांच साल में सात बार लगने वाले टीकों के बारे मे विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि नियमित टीकाकरण के लिए एक सप्ताह के अंदर माइक्रोप्लान तैयार कर प्रेषित करें।

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