कोविड-19 अब भी लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। भारत में एक बार फिर ओमीक्रॉन का फ्रंट जेन वन तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इसके भयावह रूप का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते 28 दिनों में भारत सहित विश्व में चीन के 1,18,000 मामले सामने आए हैं। इतना ही नहीं एक महीने के भीतर दुनिया भर में कोविड-19 की चपेट में आने से 3000 लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं।
वहीं सरकार ने नए सब वैरियंट जेन वन को लेकर लोगों को सतर्क रहने के आदेश दिए हैं। नए वेरिएंट जेन वन के सबसे अधिक केस केरल, गोवा और महाराष्ट्र में सामने आ रहे हैं। तो ऐसे में आईये आपको बताते हैं कि नए वेरिएंट जेएन वन के लक्षण क्या हैं और इससे बचने के लिए क्या सावधानी आपको बरतनी चाहिए चलिए सबसे पहले जानते हैं कोरोना के वेरिएंट जेएन वन के लक्षणों के बारे में।
इस बीमारी में आपको बुखार आना, थकान महसूस होना। इसके साथ साथ नाक बहना, गले में खराश होना, सिर में दर्द रहना, वहीं खांसी और कंजेशन जैसे प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। और तो और कईयों को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या हो रही है।
ये हैं बचाव के तरीके
अब चलिए जानते हैं कि नए वेरिएंट से बचाव कैसे करें। हाथों को अच्छी तरह साफ करें। कोरोना से बचना है तो हाथों को साफ रखना अहम है। आपको कम से कम 20 सेकेंड तक हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह से साफ करना है। सैनिटाइजर का यूज करें।
कोरोना को दूर रखना है तो हाथों को वक्त वक्त पर सैनिटाइज करते रहें। इसके लिए आपको कम से कम सिक्सटी परसेंट अल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना चाहिए। मास्क का इस्तेमाल करें। कोरोना का असर कम करने के लिए मास्क सबसे जरूरी है। संक्रमित व्यक्ति और दूसरों के संक्रमण से बचने के लिए भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से आपको बचना चाहिए। सामाजिक दूरी का पालन करें, कोरोना से बचने के लिए सबसे अच्छा तरीका है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना।
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