लखनऊ, 01 अक्टूबर यूपी किरण। प्रदेश में गुरुवार को ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान’ के तृतीय चरण के शुभारम्भ के बीच सरकार ने कहा है कि कोरोना का प्रसार रोकने के मद्देनजर चलायी जा रही विभिन्न गतिविधियों के कारण संचारी रोगों में इस वर्ष कमी दर्ज की गई है।
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने गुरुवार को बताया कि इस वर्ष जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई), एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस), डेंगू, मलेरिया आदि मामलों में पिछले वर्ष की तुलना में काफी कमी आई है।
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 01 जनवरी से 30 सितम्बर तक जहां जेई के 117 मामले सामने आये थे और 06 लोगों की इससे मौत हुई थी। वहीं इसी अवधि में इस वर्ष मात्र 56 मामले सामने आए और 03 लोगों की मौत हुई।
इसी तरह पिछले वर्ष एईएस के मामलों की संख्या 1,391 रही और 91 मौते हुईं। जबकि इस वर्ष 864 मामले सामने आए और 25 लोगों की मौत हुई।
पिछले वर्ष डेंगू के 1442 मामलों की तुलना में इस वर्ष मात्र 212 मामले सामने आए हैं। जबकि मौतों की संख्या 02 के मुकाबले 01 रही।
इसी अवधि में पिछले वर्ष मलेरिया के 15,101 मामले सामने आए, जबकि इस वर्ष यह संख्या 4,687 रही। यह बेहतर सफाई व्यवस्था, एंटी लार्वा के छिड़काव और लगातार फॉगिंग से संभव हुआ।
इसके साथ ही सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले वर्ष 01 जनवरी से 30 सितम्बर तक एच1एन1 (स्वाइन फ्लू) के जहां 2,043 मामले सामने आए थे, वहीं इस वर्ष ये संख्या मात्र 252 रही। पिछले वर्ष 29 मरीजों की मौतें हुई थीं, वहीं इस बार यह संख्या 12 रही।
एच1एन1 का संक्रमण भी कोरोना की तरह मानव से मानव में फैलता है। इसलिए दो गज की दूरी, मास्क पहनने और स्वच्छता के नियमों का अपनाने के कारण इसमें भी गिरावट दर्ज की गई है।