zoom app:भारत सरकार ने जूम यूजर्स के लिए चेतावनी जारी की है और उन्हें डेक्सटॉप वर्जन जल्द से जल्द अपडेट करने की सलाह दी है। जूम ऐप में कुछ खतरनाक बग्स पाएं गए हैं, जिनके जरिए हैकर्स किसी भी मीटिंग में सिक्रेटली शामिल हो सकते हैं।
नई दिल्ली। अगर आप वीडियो मीटिंग ऐप Zoom का यूज करते हैं, तो यह आपके लिए एक जरूरी खबर है। दरअसल, इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने इंडिया के सभी जूम यूजर्स को डेस्कटॉप वर्जन में लेटेस्ट अपडेट इंस्टॉल करने की सलाह दी है। भारत की साइबर सिक्योरिटी एजेंसी ने इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म में बहुत सारी खामियों को ढूंढा है, जिसकी वजह से अटैकर्स जूम ऐप का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। भारत की साइबर सिक्योरिटी एजेंसी के मुताबिक जूम ऐप की इन बग्स की वजह से यूजर्स का डेटा भी लीक हो सकता है।
भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफोर्मेशन मिनिस्ट्री यानी MeitY ने भारत के सभी जूम यूजर्स को इन कमियों के बारे में अगाह करना शुरू कर दिया है। मंत्रालय के मुताबिक जूम ऐप की कमियों का फायदा उठाकर हैकर्स किसी भी मीटिंग को सिक्रेटली ज्वॉइन कर सकते हैं और उसके बारे में बाकी किसी मीटिंग पार्टिशिपेंट को पता भी नहीं चलेगा। अगर ऐसा होता है कि जूम मीटिंग के दौरान यूजर्स की बहुत सारी खूफियां जानकारी हैकर्स को आसानी से पता चल सकती है, जिसका वो बाद में कुछ गलत फायदा उठा सकते हैं।
हालांकि, पिछले हफ्ते Zoom ने खुद ही इस खतरे की चेतावनी अपने यूजर्स को दी थी और अब भारत की साइबर सिक्योरिटी एजेंसी CERT-In ने भी भारतीय यूजर्स को जल्द से जल्द इस ऐप का अपडेट वर्जन डाउनलोड करने की सलाह दी है।
Zoom और CERT-In दोनों ने इस वीडियो मीटिंग प्लेटफॉर्म में तीन सिक्योरिटी बग्स को ढूंढा है, जिनके नाम CVE-2022-28758, CVE-2022-28759 और CVE-2022-28760 हैं। इन बग्स का असल जूम ऑन-प्रिमाइस मीटिंग कनेक्टर फीचर के सर्वर प्रोसेस पर पड़ रहा है, जिसका सीधा नुकसान यूजर्स को उठाना पड़ सकता है।
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