एक्सप्रेस-वे के फिर से शिलान्यास पर भड़के अखिलेश, कहा…

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सपा अध्यक्ष  पूर्व CM अखिलेश यादव ने बोला कि हमारी गवर्नमेंट में 22 दिसंबर 2016 को जिस पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास हुआ था, पीएम नरेंद्र मोदी से उसका फिर शिलान्यास कराने की तैयारी चल रही है.
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लखनऊ से बलिया और बिहार बॉर्डर तक जाने वाले एक्सप्रेस-वे को गाजीपुर तक सीमित कर दिया गया है. बीजेपी का यही चरित्र है कि अपनी कोई योजना देने के बजाय वह हमारी योजनाओं से ‘समाजवादी’ शब्द हटाकर हमारी खड़ी फसल काटने की साजिश करती रहती है.

अखिलेश ने बुधवार को बयान जारी कर कहा, हमने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए 50 प्रतिशत जमीन किसानों से उचित दर पर अधिगृहीत कर ली थी. बीजेपी गवर्नमेंट ने इस परियोजना को बार-बार लटकाया. यहां तक कि एक बार टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद टेक्निकल बिड के नाम पर इसे निरस्त भी किया. दोबारा टेंडर प्रक्रिया होने पर पहले से करीब दोगुनी कंपनियों को इसमें शामिल किया गया. अपने चेहेते वेंडरों को कार्य देने के लिए एक्सप्रेस-वे को 6 के बजाय 8 पैकेज में बनाने की योजना है.

बढ़ी हुई निर्माण लागत के साथ GST की भी मार पड़ी

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर बढ़ी हुई निर्माण लागत के साथ GST की भी मार पड़ी है. इस योजना के लिए 8.30 फीसदी की दर से पीएनबी से 12 हजार करोड़ रुपये कर्ज भी लिया गया है.GST से मूल्य में वृद्धि के कारण जनता को महंगा टोल देना होगा.

अखिलेश ने कहा, बीजेपी गवर्नमेंट ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का एलाइनमेंट बदल दिया है. अब किसानों के लिए मंडियां नहीं बनेंगी. इससे दूध, फल, सब्जी उत्पादक किसान प्रभावित होंगे. गांवों में खुशहाली  रोजगार की संभावनाओं को बीजेपी ने समाप्त कर दिया है.

सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने बताया कि बीजेपी द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम के विरूद्ध आजमगढ़ में 12 जुलाई को जनसभा होगी.

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