लखनऊ से बलिया और बिहार बॉर्डर तक जाने वाले एक्सप्रेस-वे को गाजीपुर तक सीमित कर दिया गया है. बीजेपी का यही चरित्र है कि अपनी कोई योजना देने के बजाय वह हमारी योजनाओं से ‘समाजवादी’ शब्द हटाकर हमारी खड़ी फसल काटने की साजिश करती रहती है.
अखिलेश ने बुधवार को बयान जारी कर कहा, हमने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए 50 प्रतिशत जमीन किसानों से उचित दर पर अधिगृहीत कर ली थी. बीजेपी गवर्नमेंट ने इस परियोजना को बार-बार लटकाया. यहां तक कि एक बार टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद टेक्निकल बिड के नाम पर इसे निरस्त भी किया. दोबारा टेंडर प्रक्रिया होने पर पहले से करीब दोगुनी कंपनियों को इसमें शामिल किया गया. अपने चेहेते वेंडरों को कार्य देने के लिए एक्सप्रेस-वे को 6 के बजाय 8 पैकेज में बनाने की योजना है.