बुलांएगे ‘बेटियों’ को आईआईटी देखने
सभी आईआईटी के सामने एक समस्या केंद्र सरकार की तरफ से गर्ल्स सुपर न्यूमेरी कोटे के तहत अतिरिक्त आठ सौ सीट दिए जाना भी बना है। जेईई एडवांस्ड की कठिन परीक्षा पास करने वाली दर्जनों छात्राओं ने आईआईटी की बजाय घर के पास के कॉलेज में दाखिला लेने की बात कही है। ऐसे में ये सीटें भी पूरी भर जाएं, इसके लिए सभी आईआईटी अपने-अपने जोन में क्वालिफाई होने वाली व अन्य छात्राओं को ऑरिएंटेशन प्रोग्राम के तहत अपना कैंपस आकर देखने के बाद प्रवेश पर निर्णय लेने के लिए प्रेरित करेंगी।
ये है आंकड़ा
18138 छात्र ही क्वालिफाई हुए हैं इस बार
11279 सीट हैं देश की 23 आईआईटी में
800 अतिरिक्त सीटें भी जोड़नी हैं इन सीटों में तो 12
12 हजार से ज्यादा सीट हो जाती हैं इस तरह प्रवेश के लिए
दरअसल जेईई पास करने वाले बहुत सारे छात्र अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश ले लेते हैं या इंजीनियरिंग के लिए विदेश चले जाते हैं। इस बार प्रति सीट मात्र 1.6 छात्र का ही आंकड़ा है। ऐसे में यदि अन्य संस्थानों में जाने वालों की संख्या बढ़ी तो आईआईटी के लिए छात्र कम पड़ सकते हैं।
वर्ष क्वालिफाई छात्र कुल सीट छात्र/सीट
2011 13,196 9,627 1.4
2012 24,112 9,647 2.5
2013 20,834 9,867 2.1
2014 27,151 9,784 2.8
2015 26,354 10,006 2.6
2016 36,566 10,572 3.5
2017 51040 10,988 4.6
2018 18,138 11279 1.6