नई दिल्ली ।। बहुप्रतीक्षित करतारपुर कॉरिडोर को लेकर बुधवार को हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच तीसरे दौर की वार्ता हुई। बैठक में दोनों देशों के अफसरों ने निर्णय लिया कि हिंदुस्तान के सिख श्रद्धालु अब बिना वीजा के ही सालों साल करतारपुर साहिब के दर्शन पा सकेंगे।
इसके साथ ही हिंदुस्तानी मूल के वो लोग भी जिनके पास OCI (Overseas Citizenship of India) कार्ड है, करतारपुर साहिब के पावन दशर्न कर सकेंगे। दोनों ओर के अफसरों की ये वार्ता अटारी बॉर्डर पर हुई। हिंदुस्तान-पाकिस्तान के बीच हुए ताजा समझौते के मुताबिक, अब 5 हजार श्रद्धालु हर रोज करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से करतारपुर जा सकेंगे। हालांकि इस संख्या को समय-समय पर बढ़ाया भी जा सकता है।
दोनों देशों के बीच हुई इस महत्वपूर्ण वार्ता में पाकिस्तान ने हिंदुस्तान को आश्वासन दिया है कि वो ज्यादा से ज्यादा संख्या में श्रद्धालुओं को करतारपुर कॉरिडोर आने की अनुमति देना चाहता है।
इस समझौते के मुताबिक, करतारपुर कॉरिडोर पूरे साल खुला रहेगा। इसके साथ ही श्रद्धालु अकेले और ग्रुप में दोनों तरह से ही करतारपुर साहित जा सकेंगे। बैठक में दोनों ही देशों के प्रतिनिधियों ने बुढ़ी रावी नहर पर पुल निर्माण कराने की सहमति जताई है।