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उत्तराखंड ।। संयुक्त राज्य अमेरिका ने इंटरमीडिएट-रेंज परमाणु मिसाइल संधि (आईएनएफ) से बाहर जाने पर मुहर लगा दी है। अमेरिका हथियारों की होड़ को लगाम लगाने वाली संधि का हिस्सा नहीं रहेगा। रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई राबकोव ने इस बात की पुष्टि की। बता दें कि दो दिन पहले रूस ने इस संधि को बचाने के लिए अपनी तरफ से कई कोशिशों का खुलासा किया था।

समाचार चैनल आरटी के अनुसार सर्गेई राबकोव ने कहा, “वाशिंगटन ने सार्वजनिक रूप से अक्टूबर में आईएनएफ से बाहर निकलने की अपनी योजना की घोषणा की। उच्च स्तरीय द्विपक्षीय चैनलों के माध्यम से हमें यह पुष्टि हुई कि यह निर्णय अंतिम था और वार्ता शुरू करने का उनके तरफ से कोई प्रयास नहीं हुआ ”

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रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई राबकोव ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि इस हालात में रूस को प्रभावी क्षतिपूर्ति उपायों के साथ आने के लिए मजबूर होना होगा। सर्गेई राबकोव ने कहा, “मैं नए मिसाइल संकट की ओर बढ़ रहे विश्व को चेतावनी देना चाहता हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि इस तरह के खतरनाक खेल में कोई भी देश दिलचस्पी नहीं ले सकता है।” ।

रूसी उप विदेश मंत्री ने आगे रेखांकित किया कि यदि अमेरिका यूरोप में स्टेशन मिसाइलों की तैनाती करता है तो यह रूस की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा होगा और मॉस्को इसके लिए प्रतिशोधत्मक उपाय करेगा। उन्होंने कहा कि रूस किसी को भी धमकी नहीं दे रहा है, लेकिन किसी भी आक्रामक का मुकाबला करने के लिए देश के पास आवश्यक ताकत और साधन हैं।

बता दें कि इस साल अक्टूबर में अमेरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने परमाणु संधि से वापस हटने के अमरीकी निर्णय का ऐलान किया था। गौरतलब है कि सोवियत संघ के महासचिव मिखाइल गोर्बाचेव और तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने 1987 में इस संधि पर हस्ताक्षर किए थे।

फोटो- फाइल

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