अमेरिका और ईरान की लड़ाई में हिंदुस्तान का निकला तेल, जानिए मोदी सरकार को कितना हो रहा है नुकसान

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उत्तराखंड ।। अमेरिका और ईरान मामले अपने चरम पर है। भले ही अमेरिका ने आदेश के बाद कोई हमला ना किया हो, लेकिन स्थिति बहुत गंभीर बनी हुई है। ऐसे में हिंदुस्तान के लिए काफी परेशानियां खड़ी हो सकती है। अमेरिका और ईरान के बीच युद्घ हिंदुस्तान की योजनाओं और विकास में बाधा पहुंचा सकता है।

युद्ध की स्थिति बनती है तो कच्चे तेल की कीमत में तेजी आएगी। जिससे हिंदुस्तान के कच्चे तेल का आयात बिल बढ़ जाएगा। विदेशी खजाने में कमी आएगी और रुपए की स्थिति कमजोरी होगी। जिसका प्रभाव हिंदुस्तान की कल्याणकारी स्कीमों पर पड़ेगा। हाल ही में कच्चे तेल की कीमत में 5 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी। जिसके बाद हिंदुस्तान ने सऊदी अरब से बात कर कच्चे तेल की कीमतों स्थिर रखने को कहा था।

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जब भी इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा होता है, तब-तब हिंदुस्तान के आयात बिल में इजाफा देखने को मिलता है। इसका कारण है कि हिंदुस्तान कच्चे तेल का आयात काफी मात्रा में करता है। अगर आंकड़ों की बात करें तो फरवरी 2019 में हिंदुस्तान का कुल आयात बिल 507 अरब डॉलर था, जिसमें 114 अरब डॉलर केवल कच्चे तेल का आयात बिल था। अनुमान के मुताबिक, वित्त वर्ष 2019 में यह बढ़कर 115 अरब डॉलर के पार जा सकता है।

जैसा कि हमने आपको बताया कि कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा होने से हिंदुस्तान का आयात बिल बढ़ जाएगा। अगर आयात बिल में इजाफा होता है तो हिंदुस्तान जैसे देश का विदेशी पूंजी भंडार बहुत प्रभावित होता है। क्योंकि जब आप कच्चा तेल खरीदते हैं तो उसका भुगतान डॉलर में करते हैं। जितना महंगा तेल होगा, आपको उतना अधिक डॉलर देना होगा। आंकड़ों के अनुसार मौजूदा समय में हिंदुस्तान का विदेशी पूंजी भंडार लगभग 425 अरब डॉलर है। इसका आंकड़ा हर हफ्ते बदलता रहता है।

विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आती है तो किसी देश की मुद्रा अमेरिकी मुद्रा के हिसाब से कमजोर होती है। कुछ ऐसे ही हालात हिंदुस्तान में भी देखने को मिलते हैं। जिस तरह के हालात पैदा हो रहे हैं आने वाले वक्त में हिंदुस्तानी रुपए के कमजोर होने के संकेत मिल रहे हैं। क्योंकि विदेशी मुद्रा भंडार में कमी का असर का मुद्रा पर पड़ेगा। देश के पास जितनी विदेशी मुद्रा कम होगी, रुपए की वैल्यू उतनी ही कम हो जाएगी। मौजूदा वक्त की बात करें तो डॉलर के मुकाबले रुपए की वैल्यू 70 रुपए के करीब पहुंच गई है। जिसके आने वाले दिनों में 72 और 73 रुपए तक पहुंचने के आसार दिख रहे हैं।

फोटो- फाइल

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