अमेरिका-रूस को भारत देगा कड़ी टक्‍कर, इतिहास बनाने को तैयार इसरो

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नेशनल डेस्क ।। Indian Space Research Organization (इसरो) लगातार अंतरिक्ष विज्ञान में उपलब्धि हासिल कर रहा है। इसी कड़ी में खबर है कि इसरो जल्‍द ही अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और ऊंची छंलाग लगाने वाला है।

दरअसल, इसरो की यह पूर्ण रूप से व्यावसायिक उड़ान होगी। इसके साथ कोई भी भारतीय उपग्रह नहीं भेजा जाएगा। इसकी शुरुआत 16 September 2018 को होगी, जब भारतीय राकेट श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 2 बिट्रिश उपग्रहों के साथ उड़ान भरेगा।

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तो वहीं इस सफलता के साथ ही भारत उन देशों की श्रेणी में शामिल हो जाएगा, जिसके पास विदेशी उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्‍थापित करने या भेजने की अपनी तकनीक मौजूद है।

आपको बता दें कि दुनिया में उपग्रह प्रक्षेपण की मार्केट तेजी से बढ़ रही है। भारत इसरो के माध्यम से इस मार्केट की संभावनाओं को न केवल तलाश रहा है, बल्कि कामयाबी की ओर अपने कदम लगातार आगे बढ़ा रहा है। हालांकि, भारत की हिस्‍सेदारी इंटरनेशल उपग्रह प्रक्षेपण बाजार में अपेक्षा से बहुत कम है। लेकिन धीरे-धीरे भारत सही दिशा में आगे बढ़ रहा है।

फोटो- फाइल

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