मध्य प्रदेश हनी ट्रैप- पेनड्राइव में अफसरों-नेताओं के थे अश्लील क्लिप्स!

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नई दिल्ली॥ विगत दिनों राजधानी (भोपाल) के हनीट्रेप मामले के आरोपितों के एक बैंक लॉकर से लाखों की नगदी के अलावा जो पेनड्राइव मिले थे उनमें प्रभावशाली लोगों की चार अश्लील क्लिप्स मिले हैं। एसआईटी ने संभावना जताई है कि इन पैनड्राइव में जो असरदार व्यक्ति हैं, उन्हें ब्लैकमेल करने के इरादे से उन्हें लॉकर में सुरक्षित रखा गया।

वहीं, दूसरी तरफ मामले की जांच कर रही विशेष पुलिस महानिदेशक राजेंद्र कुमार वाली एसआईटी अब पहले दिन से आज तक जब्त सामग्री हार्डडिस्क, पैनड्राइव और मोबाइल फोन को जांच के लिए सीएफएसएल हैदराबाद भेज रही है।

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सूत्रों के मुताबिक हाईकोर्ट के निर्देश के बाद एसआईटी द्वारा विभिन्न् हार्डडिस्क, पैनड्राइव और मोबाइल फोन की सीएफएसएल हैदराबाद से जांच कराने की तैयारी कर ली है। इसके पहले एसआईटी ने मध्यप्रदेश पुलिस के संसाधनों के माध्यम से हार्डडिस्क, पैनड्राइव व मोबाइल फोन की जांच की जा चुकी थी।

गत मंगलवार और गुरुवार को एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंकों के लॉकरों को खोले जाने के बाद मिली चार अन्य पैनड्राइवों को भी सीएफएसएल हैदराबाद भेजकर उनकी जांच की जाएगी। इन सभी सामग्री को सील बंद कर सीएफएसएल हैदराबाद भेजने की तैयारी कर ली है और दीपावली के बाद विशेष रूप से एक टीम को इसे लेकर भेजा जाएगा।

सूत्रों के मुताबिक लॉकरों में जो पैनड्राइव्स मिलीं है उनमें भी चार अश्लील वीडियो हैं। हालांकि इनमें कौन व्यक्ति वीडियो में हैं, इसको लेकर एसआईटी के अधिकारी चुप्पी साधे हैं लेकिन इससे वे इनकार नहीं कर रहे हैं कि उनमें दिखाई देने वाले व्यक्तियों को ब्लैकमेल करने के इरादे से ही श्वेता विजय जैन ने उन्हें लॉकर में रखा था।

इन पैनड्राइव्स को भी एसआईटी हैदराबाद की सीएफएसएल में भेजकर जांच कराने जा रही है। गुरुवार को आरोपितों के बैंक लाकर खुलवाए थे जिनमें लाखों रुपए नगद, लाखों के कीमती ज्वैलस तथा इन रुपयों की गडडी के बीच में छुपाकर पेनड्राइव रखे हुए थे।

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