महाराष्ट्र – सरकार बनाने में देरी क्यों कर रहीं हैं पार्टियां, जानिए वजह

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महाराष्ट्र। शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की सरकार बनाने की कोशिशें आकार नहीं ले पा रही हैं. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में जब से ये तय हो गया था कि बीजेपी और शिवसेना सरकार नहीं बनाने वाले हैं, उसके बाद से एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच कई राउंड की मीटिंग हो चुकी है, शिवसेना भी बयान दे चुकी है कि सरकार बनाने का पूरा ब्लूप्रिंट लगभग तैयार है.

वहीं मीडिया में खबरें आई कि सरकार की रूपरेखा तय कर ली गई है. हालांकि सीएम-डिप्टी सीएम और मंत्री पदों के बंटवारे पर भी बात पक्की हो चुकी है. लेकिन इतने दावों के बावजूद महाराष्ट्र में सरकार बनाने का रास्ता साफ होता नजर नहीं आ रहा है. सवाल है कि आखिर इन तीनों दलों के बीच कौन सा ऐसा विवादास्पद मुद्दा है, जिसपर तीनों पार्टियां एक टेबल पर नहीं आ पा रही हैं.

शनिवार को सुबह ही ये खबर आ चुकी थी कि कांग्रेस शिवसेना और एनसीपी शाम 4.30 बजे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करने वाले हैं. हालांकि इस मुलाकात का एजेंडा बारिश से प्रभावित किसानों की समस्याओं पर बात करना था. लेकिन माना जा रहा था कि इस मीटिंग के बहाने ही तीनों पार्टियां शक्ति प्रदर्शन करने वाली हैं और एक संदेश देने की कोशिश की जाएगी कि बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना एक मंच पर आ चुकी है, लेकिन दोपहर के बाद अचानक खबर आई कि ये राज्यपाल के साथ ये साझा मुलाकात रद्द कर दी गई है. इसके पीछे कोई कारण नहीं बताया गया है.

शनिवार को ही ये खबरें दिन भर मीडिया में चलती रहीं कि रविवार को महाराष्ट्र में सरकार बनाने के मुद्दे पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच एक अहम बैठक होने वाली है. उम्मीद की जा रही थी कि इस बैठक में सब कुछ तय हो जाएगा और उसके बाद तीनों दल एक साथ राज्य में सरकार बनामहाराष्ट्र। शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की सरकार बनाने की कोशिशें आकार नहीं ले पा रही हैं. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में जब से ये तय हो गया था कि बीजेपी और शिवसेना सरकार नहीं बनाने वाले हैं, उसके बाद से एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच कई राउंड की मीटिंग हो चुकी है, शिवसेना भी बयान दे चुकी है कि सरकार बनाने का पूरा ब्लूप्रिंट लगभग तैयार है.

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वहीं मीडिया में खबरें आई कि सरकार की रूपरेखा तय कर ली गई है. हालांकि सीएम-डिप्टी सीएम और मंत्री पदों के बंटवारे पर भी बात पक्की हो चुकी है. लेकिन इतने दावों के बावजूद महाराष्ट्र में सरकार बनाने का रास्ता साफ होता नजर नहीं आ रहा है. सवाल है कि आखिर इन तीनों दलों के बीच कौन सा ऐसा विवादास्पद मुद्दा है, जिसपर तीनों पार्टियां एक टेबल पर नहीं आ पा रही हैं.

शनिवार को सुबह ही ये खबर आ चुकी थी कि कांग्रेस शिवसेना और एनसीपी शाम 4.30 बजे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करने वाले हैं. हालांकि इस मुलाकात का एजेंडा बारिश से प्रभावित किसानों की समस्याओं पर बात करना था. लेकिन माना जा रहा था कि इस मीटिंग के बहाने ही तीनों पार्टियां शक्ति प्रदर्शन करने वाली हैं और एक संदेश देने की कोशिश की जाएगी कि बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना एक मंच पर आ चुकी है, लेकिन दोपहर के बाद अचानक खबर आई कि ये राज्यपाल के साथ ये साझा मुलाकात रद्द कर दी गई है. इसके पीछे कोई कारण नहीं बताया गया है.

शनिवार को ही ये खबरें दिन भर मीडिया में चलती रहीं कि रविवार को महाराष्ट्र में सरकार बनाने के मुद्दे पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच एक अहम बैठक होने वाली है. उम्मीद की जा रही थी कि इस बैठक में सब कुछ तय हो जाएगा और उसके बाद तीनों दल एक साथ राज्य में सरकार बनाने की घोषणा करेंगे. लेकिन देर रात ये मीटिंग भी अचानक से रद्द घोषित कर दी गई. इसके पीछे भी कोई कारण नहीं बताया गया है. इसी के साथ ही अफवाहों और कयासों का दौर शुरू हो गया कि कोई न कोई मुद्दा ऐसा है जिस पर तीनों दल अभी भी सहमत नहीं हो पा रहे हैं. अब इस मीटिंग की नई तारीख सोमवार यानी 18 नवंबर के लिए तय की गई है.

पुणे में NCP कोर कमेटी की बैठक

इस बीच पुणे में रविवार को एक बार फिर से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं की मीटिंग पुणे में होने जा रही है. इस मीटिंग में एक बार फिर से सरकार गठन पर चर्चा होगी. इधर समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट कहती है कि शरद पवार ने कहा है कि तीन पार्टियां लगातार अपने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर चर्चा कर रही हैं. एनसीपी अध्यक्ष पवार ने इन खबरों को खारिज कर दिया है कि सरकार बनाने को लेकर उनकी बीजेपी से किसी तरह की बातचीत हुई है या इस मामले में कुछ कॉरपोरेट घरानों का दबाव है.
ने की घोषणा करेंगे. लेकिन देर रात ये मीटिंग भी अचानक से रद्द घोषित कर दी गई. इसके पीछे भी कोई कारण नहीं बताया गया है. इसी के साथ ही अफवाहों और कयासों का दौर शुरू हो गया कि कोई न कोई मुद्दा ऐसा है जिस पर तीनों दल अभी भी सहमत नहीं हो पा रहे हैं. अब इस मीटिंग की नई तारीख सोमवार यानी 18 नवंबर के लिए तय की गई है.

पुणे में NCP कोर कमेटी की बैठक

इस बीच पुणे में रविवार को एक बार फिर से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं की मीटिंग पुणे में होने जा रही है. इस मीटिंग में एक बार फिर से सरकार गठन पर चर्चा होगी. इधर समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट कहती है कि शरद पवार ने कहा है कि तीन पार्टियां लगातार अपने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर चर्चा कर रही हैं. एनसीपी अध्यक्ष पवार ने इन खबरों को खारिज कर दिया है कि सरकार बनाने को लेकर उनकी बीजेपी से किसी तरह की बातचीत हुई है या इस मामले में कुछ कॉरपोरेट घरानों का दबाव है.

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