उत्तराखंड ।। पुलवामा अटैक के बाद हिंदुस्तान के रुख से सहमे पाक ने अपना बचाव करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। विश्व के सामने पाकिस्तान अब ये जताना चाहता है कि हिंदुस्तान उसे डरा धमका रहा है।
एक झूठी कहानी रचते हुए पाकिस्तान अब ये जताना चाहता है कि इंडियन नेवी अपनी पनडुब्बियों को पाकिस्तान की जल सीमा में भेज कर बड़ी साजिश रच रहा है। हिंदुस्तान की मुहिम के बाद बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण पाकिस्तान ने अब झूठ का यह नया खेल रचा है।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद हिंदुस्तान ने जो जवाबी कार्रवाई की है उससे पाकिस्तान बेहद सकते में है। पुलवामा के बाद दुनिया के सामने पाक का नापाक चेहरा उजागर हुआ है।हिंदुस्तान ने पाकिस्तान में घुसकर जबरदस्त एयर स्ट्राइक की और जैश के आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान पूरी तरह बैकफुट पर आ गया।
जब कोई रास्ता नहीं दिखा तो पाकिस्तान ने सोची-समझी साजिश के तहत हिंदुस्तान की पनडुब्बियों को बदनाम करने के लिए एक झूठा दुष्प्रचार शुरू कर दिया। पाकिस्तान ने हिंदुस्तान पर आरोप लगाते हुए दावा किया कि उसने अपने जलक्षेत्र में एक हिंदुस्तानीय पनडुब्बी के घुसने की कोशिश नाकाम कर दी।
हालांकि हिंदुस्तानीय नौसेना ने इसे पाकिस्तान का दुष्प्रचार करार दिया। पाकिस्तान ने बार बार इस बात पर जोर दिया कि इंडियन पनडुब्बी ने उसकी जलसीमा में घुसने की कोशिश की है। सवाल उठता है कि आखिर ऐसी क्या वजह थी जिसके कारण पाकिस्तान यह कहानी बना रहा है।
असल में पाकिस्तान समुद्री लड़ाई में हिंदुस्तान से मुकाबला नहीं कर सकता है। संख्या की बात करें तो हिंदुस्तान और पाकिस्तान में कोई तुलना नहीं है। बताया जा रहा है कि हिंदुस्तान के पास 15 पनडुब्बियां, 2 न्यूक्लियर सबमरीन और एक न्यूक्लियर पावर्ड अटैक सबमरीन है। जबकि पाक के पास केवल 5 पनडुब्बियां हैं।
इस बात की उम्मीद है कि जल्द ही पाक को चीन से कुछ पनडुब्बियां हासिल हो सकती हैं। हिंद महासागर में चीन अपना प्रभाव बढ़ाना चाहता है। इसलिए वह पाकिस्तान की नौसेना को हर सम्भव मदद देता रहा है।
उधर हिंदुस्तान, रूस और अमरीका की मदद से आधुनिक सबमरीन के विकास पर काम कर रहा है। अगर आंकड़ों और हकीकत को देखें तो पाकिस्तान के मुकाबले हिंदुस्तान का पक्ष कहीं अधिक भारी है। पाकिस्तान फिलहाल तो समुद्री ताकत में हिंदुस्तान का मुकाबला नहीं कर सकता।