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नई दिल्ली ।। वेस्टइंडीज के विरूद्ध खेले गए भारतीय क्रिकेट टीम के पहले टेस्ट में सभी को टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन का इंतजार था। हर कोई जानना चाहता था कि क्या रोहित शर्मा, जिन्होंने विश्व कप में बल्लेबाजी की थी, उन्हें टेस्ट टीम में जगह मिलेगी।

विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने रोहित को प्लेइंग इलेवन से बाहर बिठा दिया। इस पर काफी चर्चा हुई और प्रशंसको को कोहली और शास्त्री का यह फैसला बिल्कुल भी पसंद नहीं आया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सीमित ओवरों के प्रारूप के ‘हिटमैन’ टेस्ट प्लेइंग इलेवन में जगह क्यों नहीं दी गई? चलिए आपको इसका कारण बता देते हैं।

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दरअसल वेस्टइंडीज के विरूद्ध टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन की घोषणा की गई। छठे नंबर पर बल्लेबाज रोहित के लिए सही था, लेकिन टीम प्रबंधन ने हनुमा विहारी को रोहित शर्मा से ज्यादा तवज्जो दिया। मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कई बार दोहराया है कि जो भी खिलाड़ी टीम में जगह हासिल करेगा उसे खुद को साबित करने का पूरा मौका दिया जाएगा। ऑस्ट्रेलिया में हनुमा विहारी को मयंक अग्रवाल के साथ ओपनिंग के लिए भेजा गया था।

विराट ने स्पष्ट कर दिया था कि सलामी बल्लेबाज के रूप में हनुमा के प्रदर्शन को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जाएगी। इंग्लैंड में पदार्पण करने वाले हनुमा ने अपने पहले मैच में अर्धशतक बनाया था। कप्तान और कोच अभी भी इस खिलाड़ी को अधिक अवसर देना चाहते हैं। जहां तक ​​रोहित का सवाल है, तो उन्हें टेस्ट में खुद को स्थापित करने के कई मौके दिए गए हैं।

टीम के उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने पहले दिन के खेल के अंत में कहा कि टीम प्रबंधन ने महसूस किया कि जडेजा इस विकेट पर एक बेहतर विकल्प होंगे और हमें एक छठे बल्लेबाज की भी जरूरत थी जो गेंदबाजी भी कर सके। विहारी इस ट्रैक पर गेंदबाजी करने में सक्षम है इसलिए उन्हें रोहित के जगह पर टीम में शामिल किया गया।

फोटो- फाइल

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