नई दिल्ली ।। चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर से फिर संपर्क स्थापित करने का समय नजदीक आने के साथ, नासा के मून ऑर्बिटर ने चांद के उस हिस्से की तस्वीरें खींची हैं, जहां हिंदुस्तान ने अभियान के तहत सॉफ्ट लैंडिंग कराने का प्रयास किया था। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने इसकी पुष्टि की है।
नासा के लूनर रिकॉनिसंस ऑर्बिटर (एलआरओ) अंतरिक्षयान ने 17 सितंबर को चंद्रमा के अनछुए दक्षिणी ध्रुव के पास से गुजरने के दौरान वहां की कई तस्वीरें ली, जहां विक्रम ने उतरने का प्रयास किया था। एलआरओ मिशन के डिप्टी प्रोजेक्ट साइंटिस्ट जॉन कैलर ने एक बयान में कहा कि इसने विक्रम के उतरने वाले स्थान के ऊपर से उड़ान भरी।
लैंडर से 21 सितंबर को संपर्क साधने का फिर प्रयास किया जाएगा। इसरो के लिए आने वाले 28 घंटे बहुत अहम है। बता दें कि अब तक अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के ऑर्बिटर को हिंदुस्तान के मिशन चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम की तस्वीरें खींचने में सफलता नहीं मिल पाई। चंद्रमा पर रात होने की शुरुआत हो चुकी है और वहां अंधेरा छाने लगा है। नासा अब ऑर्बिटर के कैमरे में कैद तस्वीरों का विश्लेषण कर रहा है।