
नई दिल्ली ।। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि टीम की अगुआई की जिम्मेदारी ही उन्हें चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में सीमाओं से आगे बढऩे के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि इससे अंत में बड़े टेस्ट शतक जडऩे में मदद मिलती है। किसी भी भारतीय बल्लेबाज के टेस्ट में कोहली से ज्यादा दोहरे शतक नहीं हैं, जिन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन करियर की सर्वश्रेष्ठ 254 रन की नाबाद पारी खेली।
कैप्टन कोहली ने रिकॉर्ड सातवें दोहरे शतक से दिग्गज सचिन तेंडुलकर और वीरेंदर सहवाग को पीछे छोड़ दिया। इस 30 साल के खिलाड़ी के नाम अब 26 टेस्ट और 43 वनडे शतक हैं। साथ ही उन्होंने टेस्ट में सर डॉन ब्रैडमैन के 6996 रन को भी पीछे छोड़ दिया। कोहली ने कहा, ‘अच्छा लगता है, अपने करियर में इस तरह की छोटी-छोटी उपलब्धियां हासिल करना अच्छा है, सबसे ज्यादा दोहरे शतक बनाना।
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उन्होंने कहा, ‘मुझे शुरू में बड़ा स्कोर बनाने में परेशानी होती थी लेकिन जैसे ही मैं कप्तान बना तो आप हमेशा हर वक्त टीम के बारे में ही सोचते हो। आप सिर्फ अपने खेल के बारे में नहीं सोच सकते। इसी प्रक्रिया में आप अपनी सोच से ज्यादा बल्लेबाजी कर लेते हो, अब लंबे समय से मानसिकता यही रही है।
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