अगर आपको भी अपने पेंट की पिछली पॉकेट में पर्स रखने की आदत है तो संभल जाइए…
फिजियोथेरेपिस्ट अनिता मिश्रा ने बताया कि, पेंट की पिछली जेब में पर्स रखने से आपको एक नहीं कई नुकसान हो सकते हैं। कई लोग पर्स में पैसों अलावा भी कई तरह के कार्ड, सिक्के आदि रखते हैं। जिससे आपका पर्स सामान्य स्थिति से कई ज्यादा मोटा हो जाता है। जिससे वह शरीर पर गलत प्रभाव डालता है और आप कई तरह की नसों और हड्डियों की बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं।
बताया कि, हमारे शरीर की नसों में पर्स के कारण कई तरह की परेशानी हो सकती है। पर्स मोटा होने से बैक में खून का प्रवाह कम हो जाता है। ऐसे में नसों में सूजन की परेशानी होने लगती है। यह शुरू में कम रहती है, लेकिन लगातार ऐसा करने से यह ज्यादा बढ़ जाती है और दर्द हमेशा के लिए बना रहता है।
उन्होंने बताया कि पर्स को पिछली जेब में रोजाना रखने से आपको पायरी फोर्मिस सिंड्रोम नाम की बीमारी हो सकती है। ज्यादातर युवा इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं। इस बीमारी में आपको जोड़ों में असहनीय दर्द होता है। जिसके कारण आपका उठना बैठना तक परेशानी दे सकता है।
पर्स को पिछली जेब में रखकर बैठने से कमर पर दबाव पड़ता है। कमर से ही कूल्हे की साइटिका नस टच करती है इसलिए इस पर दबाव पड़ता है तो हिप ज्वाइंट्स के मसल्स पर भी दबाव पड़ता है। रोजाना इस तरह से दबाव पड़ने से बैक पेन की शिकायत हो सकती है।
अगर बैक पॉकेट में पर्स रखते हैं तो आप सीधे नहीं बैठ पाते हैं। जिसके कारण रीढ़ की हड्डी हमेशा झुकी रहती है। स्पाइनल जॉइंट्स, मसल्स और स्लिप डिस्क की परेशानी होती है। यह बीमारी शुरू में पता नहीं लगती है। लेकिन धीरे- धीरे बड़ी बन जाती है।