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यूपी किरण ब्यूरो

उत्तर प्रदेश/अलीगढ़।। अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं को रविवार अलीगढ़ में को कलक्ट्रेट के बाहर नमाज स्थल का शुद्धिकरण करना महंगा पड़ गया। सिविल लाइंस पुलिस ने महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता समेत सात कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।

शांतिभंग की आशंका में मुकदमा दर्ज किया गया है। बाद में थाने से ही जमानत दे दी गई। शहर के बाहर नींवरी रोड पर एक हफ्ते से जलभराव है। मस्जिदों में भी पानी घुस गया है। इस पर जब प्रशासन नहीं चहता तो शनिवार को 100 से अधिक मुस्लिम समाज के लोगों ने कलक्ट्रेट के बाहर सड़क पर नमाज अदा की।

अखिल भारत हिंदू महासभा ने इसका विरोध किया। रविवार को दोपहर तीन बजे महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक पांडेय के नेतृत्व में प्रदेश उपाध्यक्ष व अधिवक्ता गजेंद्र पाल सिंह आर्य, मंडल अध्यक्ष जयवीर शर्मा, महानगर अध्यक्ष सचिन शर्मा, मनोज सैनी, विकास व हरीशंकर शर्मा कलक्ट्रेट पहुंच गए।

जिस स्थान पर नमाज अदा की गई थी उसी स्थल पर गंगाजल छिड़क कर शुद्धिकरण करने लगे। कार्यकर्ताओं ने मंत्रोच्चारण भी किया। इसकी भनक लगने पर एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव व सीओ राजीव कुमार पहुंच गए।

अशोक पांडेय समेत पांच-छह कार्यकर्ताओं को शांतिभंग के आरोप में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। उन्हें सिविल लाइंस थाने ले आया गया है। जहां से जमानत पर रिहा कर दिया गया।

अशोक पांडेय ने कहा कि एक साल पहले सपा के पूर्व विधायक जमीर उल्लाह भी शुद्धिकरण का कार्यक्रम कर चुके हैं मगर पुलिस ने उन्हें नहीं गिरफ्तार किया।

शनिवार को मुस्लिम लोगों ने भी बिना अनुमति के नमाज अदा की तब शांतिभंग को खतरा नहीं पैदा हुआ, आज हमें गिरफ्तार किया जा रहा है। अशोक ने आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन दोहरी मानसिकता से कार्य कर रही है। महासभा इसका पूरे प्रदेश में विरोध करेगी।

प्रदेश उपाध्यक्ष गजेंद्र पाल सिंह आर्य ने कहा कि भाजपा सरकार में हिंदुओं पर अत्याचार शुरू हो गया है। आगरा से लेकर अलीगढ़ तक उनपर कार्रवाई हो रही है। सपा सरकार में किसी की हिम्मत नहीं थी कि उन्हें गिरफ्तार कर लेता। उन्होंने चेताया कि हिंदुओं के लिए यह शुभ संकेत नहीं है।

फोटोः फाइल

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