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लखनऊ ।। छात्रा को भगाने का मामला तब सामने आया जब उसके अभिभावकों ने 20 जून को विश्वविद्यालय के कुलपति से इसकी शिकायत की। अभिभावकों ने कुलपति से सारी बात बताई, जिसके बाद कुलपति ने प्रोफेसर से सम्पर्क किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। कुलपति ने तत्काल प्रभाव से प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया।

शकुंलता मिश्र राष्ट्रीय पुर्नवास विश्वविद्यालय में एक प्रोफेसर पर पीजी की छात्रा को अपने साथ भगाने का आरोप लगा है। छात्रा के परिजनों की शिकायत पर मामला संज्ञान में आते ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोपी प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया है।

आरोपी शिक्षक विशेष शिक्षा संकाय में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर तैनात हैं और बरेली के रहने वाले हैं। उनकी पहले ही शादी हो चुकी है और वह दो बच्चों के पिता भी हैं।

सूत्रों का कहना है कि छात्रा ने वर्ष 2013 में विश्वविद्यालय में बीएड कोर्स में दाखिला लिया था। इसके बाद उसने यहीं से एमएड का कोर्स भी पूरा किया। फिलहाल वह विश्वविद्यालय में एमए इंग्लिश की पढ़ाई कर रही है। इससे पहले छात्रा को वर्ष 2014 में हुए दीक्षांत समारोह में तीन मेडल मिले थे।

पीजी कोर्स कर रही छात्रा की दो महीने पहले मथुरा में शादी हुई थी, जिसके बाद वह वहां शिफ्ट हो गई, लेकिन कुछ समय बाद वह बहाना बनाकर वापस लखनऊ आ गई। इसके बाद ससुराल पक्ष के लोगों ने कई बार उसे वापस बुलाने की कोशिश की लेकिन वह वापस नहीं गई।

कुलपति निशीथ राय ने कहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रोफेसर को सस्पेंड किया है। परिवार वालों से इस सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हुई है। साथ ही इसकी जांच शुरू कर दी गई है।

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