img

www.upkiran.org

यूपी किरण ब्यूरो

नई दिल्ली।। मोदी सरकार ने 1 जुलाई से पूरे देश में जीएसटी लागू कर दिया। इसके चलते कुछ चीजें महंगी तो कुछ चीजें सस्ती है। लेकिन मोदी ने अपने करीबियों को जीएसटी के दायरो से दूर रखा।

मोदी सरकार ने बिजली, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स और शराब से जीएसटी को दूर रखा। आपको बता दें कि इन तीनों पर गैर जीएसटी का अधिकतम टैक्स पहले ही वसूला जा रहा है। जिसे सरकार जीएसटी के दायरे में न लाकर खुले तौर पर इन्हें फायदा पहुंचा रही है।

तीन बिलियन यूएस डॉलर से ज्यादा की इंकम वाले अडानी ग्रुप का “अडानी पावर लिमिटेड” भारत की सबसे बड़ी निजी बिजली उत्पादक कंपनी है। जिसका मुख्यालय मोदी के गढ़ गुजरात के अहमदाबाद में है। बिजली को जीएसटी के दायरे से दूर कर अधिकतम गैर जीएसटी टैक्स को सरकार ने बरकरार रखा है।

वहीं 31 बिलियन यूएस डॉलर से ज्यादा की इंकम वाले गुजराती व्यापारी मुकेश अंबानी की रिलायंस पेट्रोलियम को फायदा पहुंचाने के लिए पेट्रोलियम उत्पाद को जीएसटी मुक्त कर पीएम मोदी ने अपनी दोस्ती का बड़ा सबूत दिया है। यदि जीएसटी के दायरे में इसे लाया जाता तो पेट्रोल की कीमतें आधी हो जाती।

भारतीय बैंकों का 9000 करोड़ रूपया हजम करने वाले भगोड़ा घोषित किंग फिशर का मालिक विजय माल्या का देश में एल्कोहल और स्प्रिट का बड़ा व्यापार है। वहीं, दूसरा UB Group, देश का बड़ा एल्कोहल गु्रप भी माल्या का ही है। बिजली और पेट्रोल की ही तरह एल्कोहल (शराब, बीयर) उत्पाक पर भी भारी गैर जीएसटी टैक्स लगता है। इसे भी जीएसटी के दायरे से दूर रख कर माल्या जैसे व्यापारियों को बड़ा फायदा पहुंचाया गया है।

फोटोः फाइल

इसे भी पढ़ें

http://upkiran.org/4770

 

--Advertisement--