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यूपी किरण ब्यूरो

लखनऊ।। आतंकवाद निरोधक (एटीएस) ने रिमांड पर लिए गए चारों आतंकियों को जेल में दाखिल कर दिया है। एटीएस की पूछताछ में इनकी गहरी साजिश का राजफाश हुआ है। इन आतंकियों ने उत्तर प्रदेश और बिहार को दहलाने की साजिश जालंधर में एक बैठक में रची थी।

ये पाकिस्तानी मूल के कनाडाई लेखक तारिक फतेह के अलावा मुंबई में अकेले जाते हुए किसी पुलिसकर्मी की हत्या कर दहशत फैलाना चाहते थे।

उत्तराखंड के हरिद्वार, शिया इमामबाड़ा नोगांव, बिजनौर में विस्फोट करने के अलावा बिहार के नरकटियागंज चीनी मिल में आग लगाने और हिंदू बहुल आबादी में गैस सिलेंडर और बैट्री की दुकानों को भी निशाना बनाया था। एटीएस के पुलिस महानिरीक्षक असीम अरुण की निगरानी में इन चारों आतंकियों से लंबी पूछताछ की गई। 20 अप्रैल को पांच राज्यों की पुलिस के साझा ऑपरेशन में ये आतंकी अलग-अलग ठिकानों से पकड़े गए थे।

बिहार के पश्चिमी चंपारण का एहतेशाम, बिजनौर के अलीपुरा का मोहम्मद फैजान, उन्नाव का मुजम्मिल और बिजनौर के मोहम्मद नाजिम को रिमांड पर एटीएस टीम ले आई थी। रविवार की शाम को असीम अरुण ने बताया कि इनके फोन, लैपटाप से मिले डाटा में और भी खतरनाक साजिशों के इनपुट मिले हैं। इसकी पुष्टि और तहकीकात के लिए इनको दोबारा रिमांड पर लेना जरूरी है।

आइजी ने बताया कि अभियुक्तों से बरामद लैपटाप और मोबाइल फोन को फोरेंसिक एनालिसिस के लिए भेजा गया है। इससे महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। अलग-अलग राज्य के होने के बावजूद आपस में सोशल मीडिया के जरिए जुड़े थे। अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए इन लोगों ने जालंधर में एक बैठक की। उस बैठक में धन और हथियार जुटाने से लेकर तबाही की कार्ययोजना बनी थी।

आर्थिक स्रोत की तहकीकात

जांच एजेंसियों ने इन अभियुक्तों के आर्थिक स्रोत की तहकीकात शुरू कर दी है। आरोपियों के बैंक खातों का विवरण हासिल कर उसका विश्लेषण किया जा रहा है। इनके संपर्को की व्यापक छानबीन के लिए एटीएस की टीमें बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मुंबई भेजी गई हैं।

पिस्टल और बारूद खरीद का बिजनौर कनेक्शन

मोहम्मद फैजान और मोहम्मद नाजिम को बिजनौर के ही एक व्यक्ति से पिस्टल और बारूद खरीदने की जिम्मेदारी दी गई। इन दोनों की जिस व्यक्ति से बातचीत हुई उसकी पहचान एटीएस ने कर ली है। जल्द ही उसकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी। हालांकि उस व्यक्ति से पिस्टल मिलने में अड़चन आने पर मुंबई में पिस्टल खरीद के लिए डील हुई। इसके पहले ही सुरक्षा एजेंसियों ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया।

फोटोः प्रतीकात्मक

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