72825 फ्रेश टीचर की भर्ती मायावती ने निकाली थी। इसमें काफी लोगों को नौकरी मिल गई है, लेकिन 16 हजार लोगों की भर्तियां होनी हैं, काउंसिलिंग चल रही है। शिक्षामित्रों का भी मामला सुप्रीम कोर्ट में लटका हुआ है। बीएड वालों का कहना है कि जब ट्रेंड लोग बैठे हैं, तो शिक्षमित्रों को क्यों टीचर बनाया जाए।
लखनऊ ।। सूबे में सरकारी नौकरियों पर सीएम योगी आदित्यनाथ की नजर टेढ़ी हो गई है। यही वजह है कि बेसिक शिक्षा विभाग में कुल 2.37 लाख शिक्षकों की नौकरियों पर खतरा मंडराने लगा है। ये शिक्षक शिक्षामित्र से लेकर बीएड करने वालों में से हैं।
सीएम बनते ही योगी आदित्यनाथ ने 23 तरह की भर्तियों पर रोक लगा दी है। इसमें से 22 भर्ती उच्च शिक्षा में सहायक प्रोफेसर से जुड़ी हुई हैं। प्रक्रिया के तहत करीब चार हजार से अधिक पदों पर भर्ती होनी है। वहीं बेसिक शिक्षक विभाग में 48 हजार पदों पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को रोक दिया गया है। इस प्रक्रिया में अनुदेशकों के पद भी शामिल हैं।
सूबे में सरकारी नौकरियों पर सीएम योगी आदित्यनाथ की नजर टेढ़ी हो गई है। यही वजह है कि बेसिक शिक्षा विभाग में 2.37 लाख शिक्षकों की नौकरियों पर खतरा मंडराने लगा है। यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में ही चल रहा है।
अनुसार पिछली सरकार के कामकाज व पिछले 6 महीने की सभी भर्तियों की समीक्षा की जाएगी एवं मेरिट में गड़बड़ी मिलने की वजह से बेसिक शिक्षा विभाग की सभी नियुक्ति प्रक्रिया पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। यह रोक सरकार के अग्रिम आदेशों तक जारी रहेगी।
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