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चीनी जिसके बिना खाना असंभव माना जाता है। लोग खासतौर पर रिफाइंड शुगर के आदी होते हैं, मगर यह एक ऐसा फूड है, जो हमें मोटापे से लेकर डायबिटीज तक कई गंभीर बीमारियों का शिकार बना सकता है। लोग वजन बढ़ने, समय से पहले बुढ़ापा और रातों की नींद ना आने से पीड़ित हैं और इसके पीछे चीनी को एक कारण माना जाता है। सच तो यह है कि लोग जानते हुए भी नुकसान को नजरअंदाज कर देते हैं।

वैसे तो लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि अगर चीनी का सेवन बंद कर दिया जाए तो क्या होगा. इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि महज 14 दिनों तक शुगर छोड़ने से शरीर में क्या बदलाव आते हैं?

एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर हम ज्यादा चीनी का सेवन करते हैं तो इससे शरीर में सूजन आ जाती है। जिन खाद्य पदार्थों में विशेष रूप से आहार चीनी होती है, उनमें सूजन का खतरा अधिक होता है। दरअसल, चीनी एक उच्च कैलोरी वाला भोजन है और अगर इसे अधिक मात्रा में खाया जाए तो यह शरीर में मोटापे, हाई बीपी या अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

क्या होता है जब हम चीनी खाना बंद कर देते हैं?

विशेषज्ञों की मानें तो अगर हम सिर्फ 15 दिनों के लिए चीनी खाना बंद कर दें तो शरीर में कई सकारात्मक बदलाव देखे जा सकते हैं। कहा जाता है कि इस स्थिति में वजन कम होता है।

इसकी क्रेविंग पहले दिन काफी परेशान कर सकती है, मगर अगर इस पर काबू पा लिया जाए तो त्वचा भी दमकने लगेगी। आप चाहें तो नेचुरल शुगर ले सकते हैं, मगर रिफाइंड शुगर से दूर रहना ही बेहतर है।

हालांकि तनाव मधुमेह के कारणों में से एक है, मगर रिफाइंड चीनी को इसका मुख्य कारण माना जाता है। टाइप 2 डायबिटीज का खतरा वक्त के साथ बढ़ता जाता है। जर्नल डायबिटीज केयर के अनुसार, दो लाख लोगों के एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने मीठा पेय छोड़ दिया और सादे पानी पर स्विच किया, उनमें टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 10 प्रतिशत कम हो गया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक शुगर की आदत छोड़ने के बाद शरीर को एनर्जी मिलती है। शरीर में नई ऊर्जा का अनुभव होता है। हालाँकि चीनी ऊर्जा के स्रोत के रूप में कार्य करती है, मगर इसकी अधिकता भी हानिकारक होती है।

 

 

 

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