अंतरिक्ष में होने वाली घटनाएं मानव जीवन को प्रभावित करती हैं। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष से पृथ्वी की ओर आने वाले ऐसे ही एक संकट की चेतावनी दी है। 656 फीट का विशालकाय पत्थर बड़ी तेजी से धरती की ओर आ रहा है. इसके पृथ्वी से टकराने की संभावना कम है; मगर क्या होगा अगर यह टकराता है? इसने वैज्ञानिकों का ध्यान आकर्षित किया है।
अमेरिकी अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन नासा ने इस बात की जानकारी दी है. क्षुद्रग्रह जैसे इस पत्थर का आकार 656 फीट है, जो 'स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी' के आकार से दोगुना है। जब यह पृथ्वी के करीब से गुजरेगा तो पृथ्वी से इसकी दूरी 45 लाख किमी होगी। सामान्य लोगों को यह दूरी बहुत ज्यादा लगती है मगर जगह की दृष्टि से यह बहुत कम होती है। दिलचस्प बात यह है कि भले ही यह गुजर जाएगा, मगर अंतरिक्ष में समय पर होने वाली घटना के कारण इसकी दिशा बदलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
नासा ने इस पत्थर को अंतरिक्ष से आने वाले ऐस्टरॉइड की श्रेणी में रखा है। यदि अंतरिक्ष में कोई वस्तु पृथ्वी से टकराती है, तो वैज्ञानिक उसे क्षुद्रग्रह के रूप में वर्गीकृत करते हैं। पृथ्वीवासी इस गतिमान विशाल पत्थर से डरते नहीं हैं; मगर, अगर वास्तव में ऐसी कोई चट्टान धरती से टकराती है तो हमारी धरती इस संकट का सामना करने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए वैज्ञानिक इस तरह के संकट से निपटने के लिए एक तंत्र बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
साइंटिस्टों ने क्या नाम दिया
वैज्ञानिकों ने इस स्पेस स्टोन को '2023 सीएल-3' नाम दिया है। यह पत्थर 25 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की ओर आ रहा है और यह 24 मई को धरती के काफी नजदीक से गुजरेगा।
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