
भारत और चीन के बीच तनाव किसी से छिपा नहीं है। बीते चंद सालों में चीन ने भारत के पड़ोसी देशों में अपना प्रभाव बनाया है। ये धीरे-धीरे श्रीलंका, मालदीव, पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश जैसे देशों में घुसपैठ करता नजर आ रहा है। इससे भारत के लिए सुरक्षा का मुद्दा खड़ा हो गया है। हालांकि, भारत ने भी उसे मुंहतोड़ जवाब देना शुरू कर दिया है। श्रीलंका में इसकी पुष्टि हो चुकी है। जहां भारतीय नौसेना की पनडुब्बी पहुंच गई है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन नेवी ने आईएनएस करंज नाम की अपनी पनडुब्बी को श्रीलंका के एक प्रमुख बंदरगाह पर भेजा है। इसके जरिए चीन के साथ-साथ मालदीव को भी कड़ा संदेश दिया गया है। आईएनएस करंज शनिवार (3 फरवरी) को श्रीलंका पहुंची जब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी का जासूसी जहाज 'जियांग यांग होंग 3' मालदीव की ओर बढ़ा।
ये था भारत का मकसद
श्रीलंका ने रविवार (4 फरवरी) को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाया। इस मौके पर नौसेना ने अपनी पनडुब्बी श्रीलंका भेजी। पनडुब्बियां भेजने के पीछे भारत का मकसद हिंद महासागर में सुरक्षा प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करना था। इसके साथ ही अगर ड्रैगन हिंद महासागर में अपनी गतिविधियां बढ़ाता है तो भारत जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है। जैसे ही चीनी नौसेना का 'जासूसी जहाज' जियांग यांग होंग 3 मालदीव की राजधानी माले में पहुंचा, भारतीय पनडुब्बी श्रीलंका पहुंच गई।