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Up Kiran, Digital Desk: भारत के रक्षा क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। 19 अक्टूबर को महाराष्ट्र के नासिक में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के संयंत्र से स्वदेश निर्मित तेजस Mk1A लड़ाकू विमान अपनी पहली उड़ान भरेगा। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे और इस उन्नत विमान के साथ-साथ तेजस Mk1A की तीसरी उत्पादन लाइन और HTT-40 के दूसरे उत्पादन लाइन का भी उद्घाटन करेंगे।

तेजस Mk1A, भारत की नई पीढ़ी का 4.5 पीढ़ी का हल्का लड़ाकू विमान है। यह विमान भारतीय वायु सेना की शक्ति को कई गुना बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकों से लैस किया गया है। इसका रडार सिस्टम, एवियोनिक्स और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरण इसे मिशन में बेहद सक्षम बनाते हैं। अधिकतम गति लगभग 2,200 किलोमीटर प्रति घंटे (मैक 1.8) की है। इसे ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल से लैस करने की योजना भी है, जो इसके हमले की क्षमता को और मजबूत करेगा।

भारत ने इस विमान को स्वदेशी तकनीकों के ज़रिए विकसित किया है। तेजस Mk1A को ‘आसमान का अर्जुन’ कहा जाता है, जो भारत की बढ़ती आत्मनिर्भरता और मेक इन इंडिया की सफलता का प्रतीक है।

हालांकि, उत्पादन में कुछ देरी भी आई है। शुरुआत में फरवरी 2024 से विमानों की डिलीवरी शुरू होने की योजना थी, लेकिन अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) से F404-IN20 इंजन की आपूर्ति में रुकावटें आईं। यह इंजन विमान के लिए बहुत जरूरी है और धीमी आपूर्ति ने उत्पादन में बाधा डाली। HAL का लक्ष्य अगले चार वर्षों में भारतीय वायु सेना को 83 तेजस Mk1A विमान उपलब्ध कराना है।