चीन की बढ़ती दबंगई को देखते हुए दुनिया के कई शक्तिशाली देश इन दिनों भारत के साथ मिलकर एक से बढ़कर एक कदम उठा रही हैं। अमेरिका, फ्रांस इन तमाम देशों के बाद अब यूएई भी भारत के साथ अपने रक्षा संबंध को और बढ़ा रहा है और ऐसे में बड़ी खबर यह है कि भारतीय नौसेना के फ्रंटलाइन युद्धपोत आईएनएस विशाखापट्टनम और निरस्त्रीकरण दुबई में रशीद बंदरगाह का दौरा कर रहे हैं। ये दोनों जहाज 11 अगस्त तक इस दौरे पर रहेंगे। भारतीय नौसेना समुद्री पोत संचालन के विभिन्न मुद्दों पर यूएई नौसेना के साथ वार्तालाप करेगी।
दोनों नौसेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाने एवं संबंधों को मजबूत करने के मकसद से कार्य प्रणालियों को भी साझा किया जाएगा। अंतर संचालन और तालमेल बढ़ाने के लिए भारतीय नौसेना और यूएई नौसेना के बीच द्विपक्षीय अभ्यास तलवार भी निर्धारित है। इस यात्रा से दोनों नौसेनाओं के बीच समुद्री साझेदारी में वृद्धि होगी और इस क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के रास्ते भी खुलेंगे।
हालांकि भारतीय नौसेना के इस कदम से पाकिस्तान की चिंता जरूर बढ़ेगी। कुछ सालों पहले तक भी यूएई पाकिस्तान पर बहुत ज्यादा भरोसा जताता था। काफी समय तक अपनी सैन्य शक्ति के विस्तार को लेकर पाकिस्तान यूएई को लूटता भी रहा। हालांकि समय के साथ साथ पाकिस्तान की हरकतों का यूएई को अंदाजा लग गया। जिसके बाद भारत से यूएई के संबंध और गहरे होते चले गए।
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