img

इतिहास के पन्नों में कई ऐसी घटनाएं कैद हैं जिनका कोई साइंटिफिक प्रूफ नहीं है। हम सभी सफर के लिए एक ट्रेन के अलावा हवाई जहाज में सफर करते हैं जो कि कुछ घंटों या फिर दिन का हो सकता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आप एक प्लेन में बैठे और कई सालों बाद जमीन पर लैंड करें। अगर नहीं तो आज हम आपको जिस प्लेन के बारे में बताने जा रहे हैं उसके बारे में सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। क्योंकि इस प्लेन ने एक या दो साल बाद नहीं बल्कि 35 साल बाद धरती पर लैंड किया।

हम आप सभी हवाई सफर करते हैं। हम आप सभी आसमान में उड़कर एक शहर से दूसरे शहर तक जाते हैं, खासकर टाइम बचाने और यात्रा का आनंद लेने के लिए। लेकिन हम कम लोग ही जानते हैं कि ये आसमां जिस पर हम सफर करते हैं ये बहुत ही रहस्यों से भरा है। हमको लगता है कि हवाई सफर सबसे सुरक्षित है, लेकिन ऐसा नहीं है।

आइए हम आपको बताते हैं एक ऐसी फ्लाइट का किस्सा जो एक या दो नहीं 92 कंकालों को लेकर सफर करती रही। हम बता रहे हैं कि फ्लाइट 513 का सिटिंग 2 की।

फ्लाइट 513 ने 4 सितंबर 1954 में जर्मनी से उड़ान भरी। इस फ्लाइट ने अटलांटिक महासागर पार किया लेकिन इस दौरान वो कहीं खो गई। बहुत कोशिश के बाद भी फ्लाइट का पता नहीं चल सका। कई सारी जांच एजेंसियों ने इनका पता लगाने की कोशिश की लेकिन फ्लाइट का पता नहीं चल सका। आखिर ये मान लिया गया कि फ्लाइट कहीं क्रैश हो चुकी है। उनमें बैठे सभी यात्रियों की मौत हो चुकी है।

सालों बीत गए लेकिन अचानक एक दिन ऐसा कुछ हुआ जो सभी के होश उड़ा दिए। वो दिन था 12 अक्टूबर 1989। एक फ्लाइट ने पोर्ट ब्राजील के एयरपोर्ट के चक्कर लगाना शुरू किया। फ्लाइट में किसी तरह का कोई कम्यूनिकेशन नहीं हो पा रहा था। फ्लाइट के आने की सूचना भी एयरपोर्ट के अधिकारियों को नहीं थी। लेकिन अचानक इस तरह से आ रही फ्लाइट को लैंड तो करा लिया गया, लेकिन लैंड कराई गई फ्लाइट में जब कोई हलचल नहीं हुई तो एयरपोर्ट अथॉरिटी ने फ्लाइट का गेट खोला।

दरवाजा खोलते ही उसके होश फाख्ता हो गए। उस फ्लाइट में इंसान नहीं कंकाल सफर कर रहे थे। पूरे 35 साल बाद लैंड करें। इस फ्लाइट में एक दो नहीं पूरे 92 कांकाल थे, जो उस फ्लाइट के यात्री थे। लेकिन इतने सालों में कंकाल में तब्दील हो चुके थे।

ये फ्लाइट यात्री इन्हीं यात्रियों का सीट बेल्ट तक बंधा हुआ था। इसके पायलट भी पायलट की सीट पर थे। हाथ पर कंट्रोलर था और इंजन भी काम कर रहा था। पैरानॉर्मल एक्सपर्ट के मुताबिक डॉक्टर कैलाश पटेल की थ्योरी के मुताबिक सभी वॉर्म होल्स हैं और कहीं न कहीं इन होल्स में ये प्लेन खो गए और इसके बाद इतने सालों बाद ये प्लेन वापस लौट आया। सरकार ने इस खबर को बहुत छुपाने की कोशिश की लेकिन आखिरकार एक अखबार की सुर्खियां बनकर लोगों को यह बात पता चल गई। 

--Advertisement--