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वर्तमान ज्यादातर लोगों के पास कार या वाहन होता है। मगर लोग अपनी कारों के माइलेज को लेकर बहुत परेशान रहते हैं। ऐसे में उनका पैसा पेट्रोल-डीजल पर ज्यादा खर्च होता है, जिससे उनका बजट बिगड़ जाता है। आइए आज हम कुछ ऐसे तरीकों के बारे में जानें, जिनकी सहायता से आप अपनी कार का माइलेज बढ़ा सकते हैं। यदि आप अपनी कार का माइलेज बढ़ाना चाहते हैं तो इन ट्रिक्स को अपनाएं। इस ट्रिक की सहायता से आपको पेट्रोल-डीजल पर ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे। ऐसे में आपका बजट खराब नहीं होगा।
एयर फिल्टर की जांच करें
कार के एयर फिल्टर में मलबा जमा होने से उसका माइलेज कम हो जाता है। ऐसे में इससे इंजन पर ज्यादा दबाव पड़ता है और कार का माइलेज कम हो जाता है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप समय-समय पर कार के एयर फिल्टर को चेक करते रहें।
टायर में नाइट्रोजन हवा भरनी चाहिए
कार के टायरों में हवा कम होने के कारण कार का माइलेज भी कम हो जाता है। ऐसे में इस बात का खास ख्याल रखना जरूरी है कि कार के टायरों में हवा बनी रहे। यदि आप इस बात का ख्याल रखते हैं तो आप कार के माइलेज को 3 फीसदी तक कंट्रोल कर सकते हैं। कार का माइलेज बढ़ाने के लिए टायर में नॉर्मल हवा की जगह नाइट्रोजन एयर भरवाएं।
ब्रेक और एक्सीलेटर का इस्तेमाल
कई बार ट्रैफिक में या किसी सिग्नल पर भागते हुए लोग अक्सर ब्रेक का इस्तेमाल करते हैं या एक्सीलरेटर को बहुत तेजी से दबाते हैं। ऐसे में इंजन ज्यादा फ्यूल की खपत करने लगता है, ऐसे में कार का माइलेज कम होने लगता है। यदि आप कम ब्रेक लगाएंगे और रफ्तार तेज करेंगे तो कार ज्यादा माइलेज देगी।
गाड़ी की स्पीड मेंटेन रखें
कार के माइलेज में स्पीड का सबसे बड़ा रोल होता है। कार को हमेशा 45 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाना चाहिए। ऐसे में दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में कभी-कभी इतनी स्पीड में कार चलाना आसान नहीं होता. मगर कार को बहुत तेज या बहुत धीमी गति से चलाने से भी इसका माइलेज बुरी तरह प्रभावित होता है। ऐसे में आपको ज्यादा तेज या ज्यादा धीमी गति से गाड़ी नहीं चलानी चाहिए।
कार की वक्त वक्त पर सर्विसिंग करानी चाहिए
यदि आप कार का एवरेज बढ़ाना चाहते हैं तो आपको वक्त वक्त पर कार की सर्विस करानी चाहिए। समय पर सर्विसिंग कार के इंजन और अन्य पुर्जों को ठीक से काम करने में सहायता करती है। ऐसे में कार का माइलेज अच्छा होने के बाद इंजन कम ईंधन की खपत करता है। यह ईंधन की लागत को भी कम करता है।