img

Up Kiran , Digital Desk: पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में तीन और लोगों को अरेस्ट किया गया है, जिससे देश भर में आईएसआई से जुड़ी जासूसी के खिलाफ चल रहे अभियान में अरेस्ट लोगों की कुल संख्या 11 हो गई है। नवीनतम गिरफ्तारियां हरियाणा और पंजाब में की गई हैं। हरियाणा में सोमवार को नूंह से तारिक नामक व्यक्ति को अरेस्ट किया गया, जो दो दिनों में उसी क्षेत्र से दूसरी गिरफ्तारी है। पंजाब में सुखप्रीत सिंह और करणबीर सिंह नामक दो व्यक्तियों को अरेस्ट किया गया।

जानकारी के अनुसार, हरियाणा पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने नूंह जिले में पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए तावडू उपमंडल के कांगरका गांव से हनीफ पुत्र तारिक को अरेस्ट किया है। यह गिरफ्तारी दो दिन पहले राजाका गांव से अरमान की गिरफ्तारी के बाद हुई है। इस मामले में नूंह पुलिस ने आरोपी मोहम्मद तारिक निवासी कांगरका, थाना सदर तावडू, पाकिस्तानी नागरिक आसिफ बलोच व पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात जाफर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, शासकीय गोपनीयता अधिनियम 1923 व देशद्रोह की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

गांव वालों ने बताया कि वह क्या काम करता था

ग्रामीणों के अनुसार तारीफ पांच भाइयों में दूसरे नंबर पर है और उसके ससुराल वाले दिल्ली के चंदनहोला में रहते हैं। उनकी शादी को लगभग दस साल हो गये हैं और उनके दो बच्चे हैं। वह अंसल फार्महाउस के पास एक डॉक्टर के रूप में क्लिनिक चलाते थे, जहां मजदूर वर्ग इलाज के लिए आता था। ग्रामीणों का कहना है कि तारीफ एक सरल और ईमानदार व्यक्ति के रूप में जाना जाता था और उसकी संदिग्ध गतिविधियों के बारे में किसी को पता नहीं था। उनके अन्य भाई ट्रक चलाकर अपना जीवन यापन करते हैं।

हरियाणा पुलिस सूत्रों के अनुसार गोपनीय सूचना मिली थी कि तारिफ निवासी एक व्यक्ति पिछले काफी समय से भारतीय सेना व रक्षा तैयारियों से जुड़ी संवेदनशील सूचनाएं दुश्मन देश पाकिस्तान को भेज रहा है। वह पाकिस्तान जाने के लिए वीजा दिलाने के नाम पर लोगों से संपर्क करता था। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तथा उसका मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया। जांच के दौरान संदिग्ध बातें मिलने की संभावना है।

फ़ोन से चैट हटाने का प्रयास किया गया

चंडीगढ़ स्पेशल पुलिस फोर्स और केंद्रीय जांच एजेंसी ने तावडू सीआईए और सदर थाना पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में रविवार देर शाम गांव बावला में राधा स्वामी सत्संग के पास से उसे अरेस्ट कर लिया। हिरासत में लिए जाने से पहले पुलिस टीम को देखकर तारिक ने अपने मोबाइल से कुछ चैट डिलीट करने की भी कोशिश की। जांच में पता चला कि उसके मोबाइल में पाकिस्तानी व्हाट्सएप नंबर सेव थे। यह भी पाया गया कि कुछ डेटा हटा दिया गया था। उसके मोबाइल फोन की जांच के दौरान पाकिस्तानी नंबरों से सैन्य गतिविधियों की चैट, फोटो, वीडियो और तस्वीरें मिलीं, जिन्हें उसने पाकिस्तान स्थित एक नंबर पर भेजा था। वह दो अलग-अलग सिम कार्डों के जरिए लगातार पाकिस्तानी नंबरों के संपर्क में था।

सूचना के बदले लेता मोटी रकम

पूछताछ में पता चला कि वह भारत की सैन्य गतिविधियों और खुफिया जानकारी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात कर्मचारी आसिफ बलूच को भेजता था। बदले में आसिफ बलूच उसे समय-समय पर पैसे देता रहता था। दिल्ली दूतावास से आसिफ बलूच के तबादले के बाद दिल्ली में उसकी मुलाकात एक अन्य कर्मचारी जाफर से हुई। जिस तरह तारिफ ने आसिफ बलूच को खुफिया जानकारी मुहैया कराई थी, उसी तरह उसने जाफर के साथ भी सैन्य गतिविधियों से संबंधित जानकारी साझा की थी।

पंजाब से ये 2 युवक अरेस्ट, ISI को खुफिया जानकारी भेजने का आरोप

एक बार फिर पंजाब में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। गुरदासपुर से दो युवकों को अरेस्ट किया गया है जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रहे थे। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने इस बड़ी कार्रवाई की जानकारी दी है।

--Advertisement--