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Up Kiran, Digital Desk: धार्मिक नगरी वृंदावन में एक बार फिर बच्चा चोरी की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। इस बार तो हद ही हो गई, क्योंकि घटना उस जगह से हुई जो रमणरेती पुलिस चौकी से चंद कदमों की दूरी पर है। परिक्रमा मार्ग पर फुटपाथ पर अपनी माँ के साथ सो रही एक साल की मासूम बच्ची को अगवा कर लिया गया। बच्ची की माँ तीन दिन तक अपनी लापता बेटी की तलाश में पुलिस चौकी और थाने के चक्कर लगाती रही, लेकिन पुलिस की लापरवाही साफ नज़र आई।

उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज हुआ और अब बच्ची की खोजबीन शुरू हुई है। ज़िले में छह महीने के अंदर बच्चा चोरी की यह दूसरी बड़ी घटना है, जिसने पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पति से नाराज़ माँ सात दिन पहले ही आई थी वृंदावन

हाथरस ज़िले के चंदपा चांचपुर भटेला गाँव की गुड्डी अपने पति बाबूलाल से अनबन होने के बाद, सात दिन पहले अपने तीन बच्चों को लेकर वृंदावन आ गई थीं। उनके पास कोई ठिकाना नहीं था, इसलिए वह रमणरेती पुलिस चौकी के पास परिक्रमा मार्ग के फुटपाथ पर प्लास्टिक की झोपड़ी बनाकर रह रही थीं।

पाँच नवंबर की शाम लगभग छह बजे, गुड्डी अपने बच्चों को झोपड़ी के अंदर बिठाकर कुछ देर के लिए बाहर गईं। जब वह वापस लौटीं, तो उनकी एक साल की बेटी गुंजन गायब थी।

तीन दिन तक पुलिस ने क्यों नहीं सुनी माँ की पुकार?

बेटी के गायब होने पर माँ गुड्डी ने आसपास के पूरे परिक्रमा मार्ग पर तलाश किया, मगर गुंजन का कोई सुराग नहीं मिला। महिला का आरोप है कि उन्होंने तुरंत रमणरेती पुलिस चौकी को घटना की सूचना दी। लेकिन, चौकी पुलिस ने उन्हें वृंदावन थाने जाकर शिकायत करने की बात कहकर टाल दिया।

अगले तीन दिन तक माँ अपनी बच्ची की तलाश में थाने और चौकी के चक्कर काटती रही, लेकिन पुलिस ने मामले को दबाए रखा। किसी ने उनकी फ़रियाद पर ध्यान नहीं दिया।

मामले की भनक उच्चाधिकारियों तक पहुँचते ही, वृंदावन थाना और रमणरेती चौकी पुलिस में हड़कंप मच गया। इसके बाद जल्दीबाजी में अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया और बच्ची की खोजबीन शुरू हुई।

इस संबंध में रमणरेती चौकी प्रभारी सुभांशु का कहना है कि उन्हें बच्ची के अपहरण का लिखित प्रार्थना-पत्र नहीं मिला था। केवल मौखिक सूचना दी गई थी। उनका दावा है कि प्रार्थना-पत्र मिलते ही तलाश शुरू कर दी गई है।