Hindi Diwas:जाने हिन्दी से जुड़ी 10 रोचक बातें, जिन्हे जानकर आपको गर्व होगा

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नई दिल्ली, 11 सितंबर, यूपी किरण। हिंदी दुनिया भर में सबसे तेजी से लोकप्रिय हो रही भाषाओं में से एक है, और इंटरनेट पर भी इसकी मांग पिछले कुछ सालों में अंग्रेजी की अपेक्षा 5 गुना तेजी से बढ़ी है। मसला ये है कि लोगों को हिंदी पर गर्व तो है, लेकिन क्या वो लोग अपनी भाषा के गौरवशाली इतिहास और उससे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानते हैं?hindi diwas

तो आज हम आपको हिंदी से जुड़े कुछ ऐसे ही रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं, जिन्हें जानकर आपका अपनी भाषा पर गर्व और बढ़ जाएगा….Hindi Diwas

 

1950 में हिंदी भाषा को भारत की आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला। 1954 में भारत सरकार ने हिंदी व्याकरण तैयार करने के लिए समिति का गठन किया गया।

  • भारत के बाहर, हिन्दी बोलने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983, मॉरीशस में 685,170, दक्षिण अफ्रीका में 890,292, यमन में 232,760, युगांडा में 147,000, सिंगापुर में 5,000, नेपाल में करीब 8 लाख, न्यूजीलैंड में 20,000, जर्मनी में 30,000 हैं।  20 से ज्यादा देशों में हिंदी भाषा का प्रयोग किया जाता है।Hindi Diwas
  • सात भाषाएं ऐसी है जिनका प्रयोग वेबएड्रस बनाने में किया जाता है, उनमें से हिंदी एक है। हिंदी की लोकप्रियता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते है की हर साल इंटरनेट पर हिंदी कंटेंट की मांग 94 फीसदी बढ़ रही है।
  • हिंदी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओ में से हिंदी एक है। हिंदी का प्रयोग लगभग 60 करोड़ लोग करते है।
  • दुनिया भर के 176 विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जाती है, जिसमें से 45 विश्वविद्यालय अकेले अमेरिका के है। इतना ही नही विदेश में 25 से ज्यादा पत्र-पत्रिकाएं रोज हिंदी में निकलती है।
  • गुरू, जंगल, कर्मा, योगा, बंगला, चीता, लूट, ठग और अवतार जैसे अंग्रेजी में  प्रचलित शब्द हिंदी भाषा में लाए गए।
  • 1805 में प्रकाशित लल्लू लाल द्वारा लिखित श्रीकृष्ण पर आधारित किताब प्रेम सागर को हिन्दी में लिखी गई पहली किताब माना जाता है।Hindi Diwas
  • हिन्दी को अपना नाम एक परसियन शब्द हिन्दू से मिला, जिसका मतलब है, पवित्र नदी की भूमि। यह भी कहा जाता है कि सि़ंधु नदी के पास जो सभ्यता फैली उसे सिंधु सभ्यता और उस क्षेत्र के लोगों को हिन्दू कहा जाने लगा, जो कि सिंधु शब्द से ही बना। और इनके द्वारा बोली जाने वाली भाषा हिन्दी कहलाई।
  • सरकार ने संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषाओं में हिंदी को शामिल कराने के लिए सालाना 250 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
  • बिहार वो पहला राज्य है जिसने हिंदी को अपनी आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया। साल 1881 तक बिहार की आधिकारिक भाषा उर्दू हुआ करती थी, जिसके स्थान पर हिंदी को अपनाया गया। Hindi Diwas

 

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