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Up Kiran, Digital News:  उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक 12वीं कक्षा के छात्र ने डॉक्टर होने का झूठा दावा किया और बिना किसी हिचकिचाहट के क्लिनिक शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, वह गंभीर बीमारियों का इलाज करने का झूठा दावा कर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा था। डरावनी बात तो यह है कि वह मेडिसिन (चिकित्सा) का सही उच्चारण भी नहीं जानता, वह मेडिसिन (चिकित्सा) लिख नहीं सकता। यह घटना बहोरापुर गांव में घटी।

देवेंद्र सिंह नामक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें 12वीं फेल हुए अभिनय प्रताप सिंह खुद को बड़ा डॉक्टर बताते हैं और कहते हैं कि वह पिछले कई सालों से अपना क्लीनिक चला रहे हैं। इस क्लीनिक में प्रतिदिन जिले के साथ-साथ प्रतापगढ़, जौनपुर, सुल्तानपुर, रायबरेली और बाराबंकी से सैकड़ों मरीज इलाज के लिए आते हैं। 12वीं फेल यह डॉक्टर आयुर्वेदिक और अन्य दवाएं देकर मरीजों का इलाज करता है, मगर उसके पास कोई डिग्री नहीं है।

हर दिन बड़ी संख्या में लोग कराते हैं इलाज

शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि हर दिन बड़ी संख्या में लोग डॉक्टर के पास आते हैं। ऐसी स्थिति में आपको इलाज पाने के लिए एक महीने पहले ही नंबर रजिस्टर कराना पड़ता है। इलाज कराने आए लोगों में सुहैल अहमद और अमीना बानो ने बताया कि वे पिछले कई महीनों से डॉक्टर के पास आ रहे हैं, मगर उनका नंबर नहीं आ रहा है। एक महीने पहले भी इस नंबर पर कॉल किया गया था मगर मुझे इलाज नहीं मिल सका।

क्लिनिक में इलाज कर रहे एक डॉक्टर का वीडियो भी सामने आया है। जिसमें वह मरीजों को दी जाने वाली दवा का नाम हिंदी में बता रहे हैं। वहीं, जब उनसे दवा की स्पेलिंग पूछी गई तो वह स्पेलिंग भी नहीं पढ़ पाए। इस संबंध में डीईओ डा. अनीता गुप्ता ने संपर्क करने पर बताया कि यह क्लीनिक विभाग से पंजीकृत है या नहीं और वहां किस तरह का इलाज किया जाता है, यह जांच का विषय है। यदि ऐसी कोई शिकायत है तो हम जांच करेंगे। जांच में दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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