
thailand earthquake 2025: म्यांमार और पड़ोसी थाईलैंड शुक्रवार दोपहर 7.7 तीव्रता के भूकंप से हिल गए। शक्तिशाली भूकंप के कारण कई इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं, जिससे कई लोग उनके नीचे फंस गए। भूकंप में 167 लोग मारे गए और 730 से ज्यादा जख्मी हो गए। प्राकृतिक आपदा के कारण म्यांमार में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है।
भूकंप का केन्द्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के निकट था और इसकी तीव्रता 6.4 थी। भूकंप के बाद राजधानी नेपीता और मांडले सहित छह राज्यों में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई; मगर ये तुरंत स्पष्ट नहीं था कि सहायता कई क्षेत्रों तक कैसे पहुंचेगी, क्योंकि देश लंबे समय से खूनी गृहयुद्ध से जूझ रहा है।
रेड क्रॉस ने कहा कि मांडले और सागाइंग क्षेत्रों के साथ-साथ दक्षिणी शान राज्य में बिजली की लाइनें गिरने के कारण टीमों को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और जर्मनी के जीएफजेड सेंटर फॉर जियोसाइंसेज ने कहा कि शुक्रवार का भूकंप सतह से 10 किलोमीटर नीचे था।
जैसे ही बैंकॉक में भूकंप आया, नागरिकों में दहशत फैल गई। पहले से ही व्यस्त सड़कों पर कई वाहन सायरन बजाते हुए तेजी से दौड़ने लगे। इससे सड़कों पर यातायात जाम हो गया। एलिवेटेड रैपिड ट्रांजिट सिस्टम और सबवे भी बंद कर दिए गए।
म्यांमार में मात्र दो घंटों में चार भूकंप आए। इनमें से दो झटके मात्र 12 मिनट के अंतराल पर आये। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी। वैज्ञानिकों के अनुसार इसका मुख्य कारण म्यांमार और थाईलैंड की सीमा पर टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल हो सकती है।
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