Up Kiran, Digital Desk: भारतीय सेना और वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए एक अहम कदम उठाया जा रहा है। देश की फौजें अब उन पुराने और पुराने हो चुके चेतक और चीता हेलीकॉप्टरों की जगह नए, हाई-टेक लाइट हेलीकॉप्टर खरीदने की योजना बना रही हैं। कुल 200 ऐसे हल्के हेलीकॉप्टरों को हासिल करने की तैयारी है, जिनमें से 120 हेलीकॉप्टर सेना के लिए और 80 वायुसेना के लिए आरक्षित होंगे।
मौजूदा चेतक और चीता हेलीकॉप्टर तकनीकी रूप से पिछड़े हुए हैं और उनमें सुरक्षा से जुड़ी आधुनिक सुविधाओं का अभाव है, जिसके कारण इनका दुर्घटना दर काफी अधिक है। यह स्थिति उस दौर की मिसाल बन चुकी है, जैसा कि भारतीय वायुसेना के पुराने MiG-21 लड़ाकू विमानों के साथ हुआ था।
सेना ने पहले ही 120 रिकॉनिसेंस और सर्विलांस हेलीकॉप्टरों की खरीद के लिए विक्रेताओं से जानकारी मांगी है। वहीं वायुसेना के लिए भी अतिरिक्त 80 हेलीकॉप्टरों के लिए प्रक्रिया चल रही है। रक्षा मंत्रालय का उद्देश्य जल्द से जल्द पुराने हेलीकॉप्टरों को बदलकर नई तकनीक वाले हल्के हेलीकॉप्टरों को शामिल करना है, ताकि उनकी क्षमताओं में सुधार हो सके।
इनकी खासियत क्या
इन नए हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल सीमापार निगरानी, सैनिकों के त्वरित परिचालन, बचाव कार्यों और मेडिकल इवाकुएशन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए किया जाएगा। दिन और रात दोनों समय काम करने में सक्षम ये हेलीकॉप्टर भारत की सुरक्षा संरचना को एक नई ताकत देंगे, साथ ही हमले वाले हेलीकॉप्टरों को भी बेहतर सहयोग प्रदान करेंगे।
यह पहल न केवल सेना की क्षमता को मजबूत करेगी, बल्कि देश के उन्नत तकनीकी निर्माण क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी। चेतक और चीता हेलीकॉप्टरों की जगह लेने की यह मांग कई दशकों से उठ रही थी और अब यह मांग आखिरकार पूरी होने जा रही है।
आशा है कि 2027 से इस नए युग की शुरुआत होगी, जब धीरे-धीरे पुराने हेलीकॉप्टरों को रिटायर कर नए लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर शामिल किए जाएंगे।
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